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- जानिए लेखानुदान और अंतरिम बजट

सरकार आम तौर पर दो मामलों में लेखानुदान करवाती है. पहला तब जब 31 मार्च को खत्म हो रहे वित्तीय वर्ष से पहले किसी कारणवश पूरा बजट पारित नहीं करवा सके. दूसरा तब, जब वर्तमान सरकार का कार्यकाल 31 मार्च के आसपास खत्म हो रहा हो. आम बजट को आम चर्चा, वित्त विधेयक सहित कई स्तरों से गुजरना पड़ता है जिसके चलते इसे लागू करने मे समय लगता है. इसलिए यह अनिवार्य हो जाता है कि चुनावों के बाद जब तक नई सरकार नहीं बन जाती, वर्तमान सरकार के पास खर्चे चलाने के लिए फंड हो. अगर ऎसा नहीं होगा तो विभिन्न मंत्रालयों को वित्तीय वर्ष में खर्चे चलाने में मुश्किलें आएंगी.
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