‘इंडिया माई वैलेंटाइन’ पहल पर बोलीं स्वरा- विरोध नहीं, यह जश्न है
‘इंडिया माई वैलेंटाइन’ पहल के तहत देश में प्रेम और एकता का जश्न मनाने के लिए 30 से अधिक कलाकार एक साथ आ रहे हैं। अभिनेत्री स्वरा भास्कर का कहना है कि बातचीत में सभी की समान भागीदारी हो और वह जन-जन तक पहुंचे, यही इस पहल का मकसद है।
![]() अभिनेत्री स्वरा भास्कर (फाइल फोटो) |
‘इंडिया माई वैलेंटाइन’ का आयोजन स्वरा, निर्माता अदिति आनंद, सामाजिक कार्यकर्ता फवाद अहमद और मिताली भसीन ने किया जिसकी शुरुआत 14 फरवरी को दिल्ली में हुई और समापन 16 फरवरी को मुंबई में होगा।
स्वरा ने कहा कि यह उन लोगों को शामिल करने का वक्त है जो ‘नफरत की विचारधारा’ का समर्थन नहीं करते लेकिन आक्रामक प्रदर्शनों में भी शामिल नहीं होते।
स्वरा ने कहा, ‘‘हर जगह बस अपनी ही बातें होती हैं, हर कोई उन्हीं से बात करता है जो पहले से ही सहमत हैं। लेकिन अब वक्त इन सबसे से बाहर निकलने का है। माहौल का ध्रुवीकरण हो गया है, ऐसे लोग हैं जो प्रदर्शन के लिए जा रहे हैं, वे पहले से ही वहां मौजूद हैं लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो नफरत की विचारधारा का समर्थन नहीं करते लेकिन वे हार्डकोर आक्रामक राजनीति, प्रदर्शनों में भी रूचि नहीं रखते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोगों तक भी हम लोगों को पहुंचना चाहिए। हम लोग एक ही देश में रहते हैं। आखिर कब तक हम लोग इस भीषण ध्रुवीकृत लड़ाई को जारी रख सकते हैं?’’
कोलकाता, चंडीगढ़, हैदराबाद में भी इस तरह का आयोजन होगा जिसमें नसीरुद्दीन शाह, रत्ना पाठक शाह, विशाल भारद्वाज, रेखा भारद्वाज, स्वानंद किरकिरे, आमिर एजाज, सुमुखी सुरेश और अन्य कलाकार प्रस्तुति देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग विरोध के लिए नहीं बल्कि जश्न के लिए आ सकते हैं। वे राजनीतिक भाषणबाजी के लिए नहीं आएंगे बल्कि वे हास्य व्यंग और संगीत के लिए आएंगे। यह हल्के-फुल्के विचार का मंच है, यह याद करने के लिए कि हमें क्या बांटता है और क्या एकजुट करता है।’’
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