मतभेद देशभक्ति का सबसे बड़ा रूप है: पूजा भट्ट
अभिनेत्री पूजा भट्ट का कहना है कि मतभेद देशभक्ति का सर्वश्रेष्ठ स्वरूप है। उन्होंने जोर दिया कि सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों से हमें यह संदेश मिलता है कि अब आवाज उठाने का वक्त आ गया है।
अभिनेत्री पूजा भट्ट |
दक्षिण मुंबई के कोलाबा में सीएए-एनआरसी के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कई अन्य हस्तियों के साथ पूजा भट्ट ने हिस्सा लिया था।
कार्यक्रम का आयोजन परचम फाउंडेशन और वी द पीपल ऑफ महाराष्ट्र द्वारा किया गया था।
कार्यक्रम के वक्ताओं ने बाद में सरकार के प्रतिनिधियों को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें 30 दिनों के भीतर सीएए-एनआरसी-एनपीआर पर राज्य अधिकारियों का रुख जानने की मांग की गई।
पूजा भट्ट ने कहा, "हमारी चुप्पी हमें नहीं बचाएगी और न ही सरकार की। सत्ता पक्ष ने वास्तव में हमें एकजुट किया है।"
उन्होंने कहा, "छात्र (सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं) हमें संदेश दे रहे हैं कि यह आवाज उठाने का समय है। मतभेद देशभक्ति का सबसे बड़ा रूप है।"
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