उनके कुछ डायलॉग्स आज भी हिट हैं, जैसे 'मैं उन्हें ऐसे ही नहीं मारूंगा, मैं उन्हें बहुत खेल-खेल में मारूंगा जैसे बिल्ली चूहों को मारती है', 'अजीब जानवर है..कितना भी खाया भूखा ही रहता है', 'तुम लोग मुझे हारना था और मुझे जीतना था क्योंकि मैं खेल के दोनों तरफ खेल रहा था।
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दिग्गज फिल्म कलाकार कूल भूषण खरबंदा का आज 79वां जन्मदिन है। हर दौर में खुद को साबित करने वाले खरबंदा शुरू से ही एक बेहतरीन कलाकार हैं। उनकी एक्टिंग से सैकड़ों लोग प्रभावित हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कुलभूषण खरबंदा का जन्म 21 अक्टूबर 1944 को पाकिस्तान के हसन अब्दाल में हुआ था। खरबंदा के करियर की बात करें तो उन्होंने सबसे पहले थिएटर की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने 1964 में एक थिएटर कलाकार के रूप में शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने श्याम बेनेगल की फिल्म 'निशांत' से बॉलीवुड में प्रवेश किया। इस फिल्म में खरबंदा ने अपने किरदार को बखूबी निभाया, नतीजा यह हुआ कि वह पहली ही फिल्म से सभी की नजरों में आ गये। खरबंदा ने सिल्वर स्क्रीन पर हर तरह के किरदार निभाए हैं।
1980 की बात है, जब फिल्म शान रिलीज हुई थी। फिल्म में एक डायलॉग बहुत पसंद किया गया था... शाकाल के हाथ में जितने कार्ड हैं, उतने ही उसकी आस्तीन में हैं। फिल्म में ये डायलॉग बोलने वाले 'शाकाल' का चेहरा जरूर आपको याद होगा। ये किरदार ऐसा था जो आज भी फिल्म प्रेमियों के जेहन में मौजूद है. इस किरदार को जीवंत करने वाले कुलभूषण खरबंदा आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। आइए उनके फिल्मी सफर और इस किरदार के बारे में कुछ जानने की कोशिश करते हैं।
कुछ किरदार ऐसे होते हैं जो कलाकार के लिए मील का पत्थर साबित होते हैं। ऐसा ही एक रोल था कुलभूषण खरबंदा का 'शाकाल'। जब वह रमेश सिप्पी की फिल्म 'शान' में यह किरदार निभा रहे थे तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनका किरदार इतना लोकप्रिय हो जाएगा। उनके कुछ डायलॉग्स आज भी हिट हैं, जैसे 'मैं उन्हें ऐसे ही नहीं मारूंगा, मैं उन्हें बहुत खेल-खेल में मारूंगा जैसे बिल्ली चूहों को मारती है', 'अजीब जानवर है..कितना भी खाया भूखा ही रहता है', 'तुम लोग मुझे हारना था और मुझे जीतना था क्योंकि मैं खेल के दोनों तरफ खेल रहा था।
कुलभूषण खरबंदा हिंदी और पंजाबी फिल्मों में सक्रिय हैं। उन्होंने कई फिल्मों के जरिए अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाया है। खरबंदा ने 'बॉर्डर', 'यस बॉस', 'काल', 'माचिस', 'पिंजर', 'राम तेरी गंगा मैली', 'रिफ्यूजी', 'मोहरा' जैसी कई फिल्में की हैं। खरबंदा मुख्य रूप से अपने संजीदा अभिनय के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में उनका 'बाबू जी' का किरदार भी काफी हिट रहा था।
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