मुद्दा : मोबाइल फोन पर पाबंदी जरूरी

Last Updated 28 Feb 2024 01:40:00 PM IST

हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने यहां के स्कूलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बैन लगाने की घोषणा की है।


मुद्दा : मोबाइल फोन पर पाबंदी जरूरी

इस बात की सूचना अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर 50 सेकंड के रोचक वीडियो के माध्यम से दी। जागरूकता के लिए बनाए गए वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे सुनक अपने फोन की घंटी लगातार बजने से परेशान और बाधित हो रहे हैं। वैसे तो सुनक का यह फैसला कोई नई परिपाटी नहीं बना रहा है क्योंकि पहली बार नहीं है कि किसी देश में मोबाइल फोन के स्कूलों में इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया  है। फ्रांस, फिनलैंड, चीन, इटली और पुर्तगाल इस प्रकार की रोक लगा चुके हैं।

सुनक के फैसले पर चर्चा से पहले समझना जरूरी हो जाता है कि पिछले दो दशकों में कैसे मोबाइल फोन का शिक्षा और बाल विकास के साथ रोचक रिश्ता बन गया है। मोबाइल, जो कभी बातचीत का साधन भर हुआ करता था, आज जीवन के लगभग सभी पहलुओं कार्य, शिक्षा, मनोरंजन, खरीददारी इत्यादि से जुड़ गया है। कोविड-19 के बाद तो दुनिया मोबाइल में ही समाई हुई सी दिखने लगी है।

इसमें कोई दो राय नहीं हैं पिछले कुछ वर्षो में इंटरनेट और मोबाइल फोन की उपलब्धता ने शिक्षा के विकास और इसको सर्वसुलभ बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। कोरोना काल में शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन शिक्षा अपना कर छात्रों को तकरीबन दो साल के शैक्षिक नुकसान से बचाया। मोबाइल की उपलब्धता के कारण ही यह संभव हो सका। आज शिक्षा को भविष्यपरक, रोचक तथा कहीं भी, कभी भी सुलभ कराने के लिए ज्यादा जोर मोबाइल पर ही दिया जा रहा है। लेकिन इन तमाम सकारात्मक तथ्यों के बावजूद यह भी सच है कि मोबाइल फोन के प्रयोग को नियंत्रित नहीं किया जाए  तो यह कई शारीरिक, मानसिक और सामाजिक परेशानियों का कारण बन जाता है।

कई शोधों से पता चला  है कि घंटों मोबाइल पर रील्स देखना, सोशल मीडिया ऐप जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूट्यूब  पर लगे रहना, गेम्स खेलना आदि नशे की लत की तरह है जो उपयोगकर्ता को वास्तविक दुनिया से अलग करके उसका ध्यान भटकाता है। सोचने-समझने की क्षमता को भी कमजोर करता है। मोबाइल का अनावश्यक इस्तेमाल व्यक्ति के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। दरअसल, मोबाइल से कई तरह की रेडिएशन निकलती है जो कई प्रकार की बीमारियां पैदा करती है जैसे नींद की कमी होना, माइग्रेन, अनियंत्रित रक्तचाप, आंखों में एलर्जी या ईयरफोन के उपयोग के कारण कानों की समस्या इत्यादि।

स्कूली छात्रों के दृष्टि से देखें तो उनके मामले में कम उम्र के होने के कारण न सिर्फ इन समस्याओं की गंभीरता बढ़ जाती है, बल्कि अन्य परेशानियां भी सामने आती हैं। शिक्षा को लेकर काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनेस्को की 2023 में जारी वैिक शिक्षा मॉनिटरिंग रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल का  क्लासरूम में बढ़ता उपयोग कई प्रकार से छात्रों का ध्यान भटकाता है, और उनकी पढ़ाई में बाधा डालता है। शोधों के हवाले से रिपोर्ट कहती है कि अगर एक बार कोई छात्र पढ़ाई से अलग किसी काम में लग जाता है तो उसे वापस पढ़ाई पर एकाग्र होने में करीब 20 मिनट का समय लगता है।  

एकाग्रता के अतिरिक्त जो बड़ी समस्या मोबाइल फोन ने खड़ी की है, वो है साइबर बुलिंग। साइबर बुलिंग  एक प्रकार का ऑनलाइन शोषण है। वैसे तो दुनिया भर में इसको परिभाषित करने और इसको लेकर कानून बनाने का काम अभी चल ही रहा है लेकिन मोटे तौर पर समझें तो इसका अर्थ है किसी को ऑनलाइन तकनीक के माध्यम से डराना या धमकाना। मोबाइल के बढ़ते प्रयोग ने धमकाने और ब्लैकमेल करने के कई नये आयाम पैदा कर दिए हैं।  ब्लैकमेल करने में भी मोबाइल के कारण सुविधा हो गई है। मानसिक रूप से अपरिपक्व होने के कारण साइबर बुलिंग से स्कूली छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में पांच में से एक बच्चे को मोबाइल पर अपनी ऑनलाइन गतिविधियों के कारण अनजान व्यक्तियों के साथ संपर्क में आने से ऑनलाइन यौन शोषण का सामना करना पड़ा है।

साइबर बुलिंग के कारण कई बार लोग आत्महत्या तक के लिए मजबूर हो जाते हैं। हालांकि बढ़ते डिजिटलीकरण के कारण मोबाइल के उपयोग का पूरी तरह बहिष्कार कोई बुद्धिमानी नहीं है क्योंकि मोबाइल होने के फायदे भी हैं, जिनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता लेकिन मोबाइल का उपयोग कहां और कैसे किया जाए, इस पर नीति-निर्माताओं को सोच-विचार करने की आवश्यकता है। खास तौर पर स्कूली छात्रों के बीच बढ़ती मोबाइल पर निर्भरता को नियत्रिंत करने की जरूरत है और उनको मोबाइल और टेक्नोलॉजी के सकारात्मक प्रभावों के साथ-साथ इससे जुड़े जोखिमों के प्रति जागरूक करने की भी आवश्यकता है। छात्रों को मोबाइल का आदि होने की बजाय इसके बिना रहना भी सीखना होगा तभी मनुष्य और टेक्नोलॉजी के बीच संतुलन बना रह सकता है।

समीरा


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment