मोदी सरकार : सेवा और सुशासन के आठ वर्ष

Last Updated 27 Jun 2022 12:48:52 AM IST

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने आठ साल के कार्यकाल में क्या किया इसका जवाब जब आप गांव की ओर रुख करेंगे, गरीबों की ओर मुख करेंगे तो स्वत: मिल जाएगा।


मोदी सरकार : सेवा और सुशासन के आठ वर्ष

पिछले आठ साल में प्रधानमंत्री मोदी की महत्त्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजनाओं ने इतना कुछ बदल दिया है कि अब गांव में खुले में शौच की जगह शौचालय बन गया है, चूल्हे की जगह गैस का कनेक्शन हो गया है, लालटेन की जगह बिजली के बल्ब जल रहे हैं। बीते आठ वर्षो में बहुत कुछ बदला है, लेकिन गांव, गरीब, सेवा और सुशासन ने आम आदमी के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन किया है। यही कारण है कि आज ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ का नारा देश के कोने-कोने में सुनने को मिल रहा है।
मैं उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल के पिछड़े जिले गाजीपुर का रहने वाला हूं लेकिन अब यह इलाका पिछड़ा नहीं है, बल्कि जिले में प्रवेश करते ही चमचमाती सड़कें और रोजगार के लिए तैयार हो रही बड़ी-बड़ी इमारतों ने जिले का पूरा स्वरूप ही बदल दिया है। यह तो केवल एक जिले का मैं उदाहरण दे रहा हूं। इसके अलावा, देश भर के कई पिछड़े जिलों को चिह्नित करके विकास की जो धारा बहाई गई है, उसे पूरा देश देख रहा है। सौ स्मार्ट सिटी, ग्रामोदय से भारत उदय यह सब काम प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में ही संभव हो पाया है। गर्व के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने  देश के विकास के लिए जो सपना देखा है, आज वह सपना पूरा होता दिख रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में जो लक्ष्य चिह्नित किए गए हैं, उन्हें पूरा होता देखा जा सकता है। कोई व्यक्ति वीआईपी नहीं है, यह संस्कृति भी प्रधानमंत्री मोदी की ही सोच का नतीजा है। वीआईपी कल्चर को खत्म करके सरकारी तंत्र को आम आदमी से जोड़ने का काम भी इन्हीं आठ वर्षो में हुआ है।

भोजन, आवास और स्वच्छ पेयजल प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता रहे हैं। इसी को ध्यान में रखकर सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरु आत की। इस योजना का मकसद है कि देश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। इसके लिए प्रत्येक गरीब को पांच किलो अनाज दिया जाता है। इसके अलावा, हर व्यक्ति के सिर पर छत हो, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरु आत की गई। इस योजना के तहत ग्रामीण ही नहीं, बल्कि शहरी क्षेत्रों के उन लोगों को भी आवास दिया जाता है, जिनके पास या तो अपना घर नहीं है, या फिर कच्चा मकान है। इसी तरह हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए जल जीवन मिशन योजना का शुभारंभ हुआ। निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की इस दूरदर्शी सोच-भोजन, आवास और स्वच्छ पेयजल-ने लोगों के जीवन को बदल दिया है। यह तो बानगी भर है। इसके लिए प्रधानमंत्री की कई महत्त्वाकांक्षी योजनाओं ने लोगों का जीवन स्तर ही बदल दिया है।
कई दशकों से बैंकों में खाता खुलवाने का सपना देखने वाला गरीब व्यक्ति आज जनधन योजना के तहत अपना खाता खोल चुका है। रोचक तथ्य तो यह है कि पुरु षों के मुकाबले इस योजना के तहत महिलाओं ने ज्यादा खाते खोले हैं। कोरोना संकट के दौरान सरकार की ओर से दी जानी वाली सब्सिडी इन्हीं खातों के माध्यम से दी गई। आज अगर यह योजना नहीं होती तो गरीब के घर का चूल्हा नहीं जलता लेकिन इस योजना का लाभ सुदूर गांव में रहने वाले  हर गरीब को मिला।
इतना ही नहीं, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य, जो प्रधानमंत्री मोदी ने रखा है, में भी शत-प्रतिशत सफलता मिली है। आज हर किसान के खाते में एक निश्चित धन राशि नियमित समय अंतराल पर दी जा रही है ताकि उसे किसी प्रकार की परेशानी न हो। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी क्रांति हुई जब देश के हर गरीब को आयुष्मान कार्ड दिया गया। अब कोई भी गरीब बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ले सकता है। स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री मोदी का जो नजरिया है, उसकी प्रशंसा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है।
लोगों को कुशल कामगार कैसे बनाया जाए, कैसे लोगों को रोजगार मिले, कैसे लोग अपना रोजगार शुरू करें, इसके लिए कई ऐसी योजनाएं शुरू की गई जो देश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगी। कौशल विकास योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया आदि योजनाएं हर क्षेत्र के लोगों के लिए कारगर साबित हो रही हैं।  आज सेवा और सुशासन के आठ वर्षो में विश्व पटल पर  भारत की जो पताका लहरा रही है, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण ही है। विश्वास के साथ कह सकते हैं कि आठ वर्षो की जो मेहनत है, वह आने वाले दिनों में भारत को विकास की बुलंदियों पर ले जाएगी।
(लेखक दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता एवं पूर्वाचल प्रकोष्ठ के सह-प्रभारी हैं)

बृजेश राय


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