विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन में मिली राहत के बाद उत्पादन बढ़ा रही हैं वाहन कंपनियां

Last Updated 20 Jun 2021 12:31:17 PM IST

विभिन्न राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कमी के बाद देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने अपने उत्पादन को ‘सामान्य स्तर’ पर लाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।


सांकेतिक फोटो

दबी मांग, पुराने ऑर्डरों को पूरा करने और अपने उत्पादों के लिए ‘इंतजार की अवधि’ को कम करने के लिए वाहन कंपनियों ने उत्पादन बढ़ाना शुरू कर दिया है।

लॉकडाउन और अंकुशों की वजह से वाहन कंपनियों को अपने उत्पादन को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा था। वाहन कंपनियों का मानना है कि विभिन्न राज्यों में डीलरशिप खुलने के बाद कारोबारी गतिविधियां रफ्तार पकड़ेंगी।

टाटा मोटर्स यात्री कारोबार इकाई के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन में ढील के बाद उत्पादन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। इस माह के अंत तक यह सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में लॉकडाउन की वजह से कंपनी के यात्री वाहन संयंत्रों ने अपनी 50 प्रतिशत क्षमता पर परिचालन किया।

देश की सबसे बड़ी वाहन कंपनी ने हालांकि कहा कि वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की कमी अभी चुनौती बनी हुई है।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ)-ऑटोमोटिव डिविजन विजय नाकरा ने कहा कि हम मांग एवं आपूर्ति की स्थिति की सावधानी से समीक्षा कर रहे हैं और उसके आधार पर ही अपने परिचालन को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारा ध्यान उपभोक्ताओं, डीलरों और आपूर्तिकर्ताओं के हितों का संरक्षण करने पर है।

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के संयंत्रों में परिचालन पूरी सावधानी और संशोधित सुरक्षा प्रोटोकॉल्स के साथ शुरू हो गया है।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सतर्कता से उत्पादन बढ़ा रहे हैं। इस बीच, हम प्राथमिकता के आधार पर अपने कर्मचारियों और उनके परिजनों का टीकाकरण करा रहे हैं। कंपनी के 36,000 कर्मचारियों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है।

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार मई में कुल वाहन उत्पादन 57 प्रतिशत घटकर 8,06,755 इकाई रह गया, जो अप्रैल में 18,75,698 इकाई था। इसी तरह यात्री वाहनों का उत्पादन 58 प्रतिशत घटकर 1,28,225 इकाई रह गया, जो अप्रैल में 3,05,952 इकाई था।

होंडा कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (बिक्री एवं विपणन) राजेश गोयल ने कहा कि विभिन्न राज्यों में डीलरशिप को खोलने की ढील के बाद कंपनी को आगे चलकर कारोबारी गतिविधियों में सुधार की उम्मीद है।

किआ इंडिया के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य बिक्री एवं कारोबार रणनीति अधिकारी तेई-जिन पार्क ने कहा कि कंपनी मौजूदा ओर भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए अपना उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी की योजना अपने अनंतपुर कारखाने में तीसरी पाली शुरू करने की है।
 

भाषा
नयी दिल्ली


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