भारत अपनी डिजिटल यात्रा के आधे रास्ते पर ही पहुंचा है : नंदन नीलेकणी
इंफोसिस के अध्यक्ष और सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी ने गुरुवार को कहा कि भारत अपनी डिजिटल यात्रा के आधे रास्ते पर ही पहुंचा है और हमारे सामने बड़ा सवाल यह है कि आधुनिक तकनीक की शक्ति का लाभ उठाते हुए डिजिटल-फस्र्ट अर्थव्यवस्था और समाज कैसे बनाया जाए।
![]() माइक्रोसॉफ्ट के 'फ्यूचर रेडी टेक्नोलॉजी समिट' में बोलते हुए नीलेकणी |
माइक्रोसॉफ्ट के 'फ्यूचर रेडी टेक्नोलॉजी समिट' में बोलते हुए नीलेकणी ने कंपनी के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला से कहा कि अंतिम लक्ष्य डिजिटल उपकरणों के साथ 1 अरब से अधिक लोगों के जीवन में सुधार करना है।'
नीलेकणी ने कहा, "हमें अधिक न्यायसंगत, अधिक समावेशी, खुली पहुंच वाले डिजिटल परिवर्तन को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।"
उन्होंने आधार (जिसे उन्होंने स्वयं सफलतापूर्वक निष्पादित किया) यूपीआई-आधारित डिजिटल भुगतान और अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली जैसी डिजिटल पहलों की सराहना की, जो 'डिजिटल परिवर्तन का लोकतंत्रीकरण' कर रहे हैं।
यूपीआई इंटरफेस के माध्यम से भुगतान दिसंबर में 12.82 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जिसमें 782 करोड़ लेनदेन दर्ज किए गए।
डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क (ओएनडीसी) पर नीलेकणी ने कहा कि सरकार की पहल आने वाले वर्षो में देश में ई-कॉमर्स परि²श्य को बदल देगी।
ओएनडीसी के प्रबंध निदेशक और सीईओ टी. कोशी के अनुसार, सरकार के ओएनडीसी ने 800 व्यापारियों और 26 प्रतिभागियों के साथ 85 शहरों में अपनी बेबी फुटप्रिंट स्थापित की है और उद्योग के खिलाड़ियों के समर्थन के साथ 2023 फलदायी है।
कोशी ने पिछले सप्ताह कहा था कि 26 प्रतिभागियों और 800 से अधिक व्यापारियों के साथ ओएनडीसी तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है और भारत में डिजिटल वाणिज्य को बदलने की राह पर है।
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