पेटीएम समेत 3 कंपनियों पर ED के छापे, चीनी नागरिकों के नियंत्रण वाली इन कंपनियों के खातों में जमा 17 करोड़ जब्त

Last Updated 04 Sep 2022 08:18:08 AM IST

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि चीनी नागरिकों के ‘नियंत्रण’ वाले ऐप आधारित त्वरित ऋण आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में ऑनलाइन भुगतान मंचों रेजरपे, पेटीएम और कैशफ्री के बेंगलुरू स्थित छह परिसरों पर छापेमारी की गई।


पेटीएम समेत 3 कंपनियों पर ED के छापे

जांच एजेंसी ने बताया, तलाशी का यह अभियान बेंगलुरू में स्थित इन कंपनियों के छह परिसरों में शुक्रवार को शुरू हुआ था और यह अभियान जारी है। ईडी ने एक बयान में कहा, चीन के व्यक्तियों के नियंत्रण या परिचालन वाले रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स, पेटीएम पेमेंट सर्विस लिमिटेड और अन्य कंपनियों में तलाशी की कार्रवाई की गई। छापेमारी में चीन के व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित इन कंपनियों के ‘मच्रेंट आईडी और बैंक खातों’ में जमा 17 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।

एजेंसी ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां भारतीय नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके उन्हें फर्जी तरीके से निदेशक बनाती हैं जबकि इन कंपनियों का नियंत्रण एवं परिचालन चीन के लोग करते हैं। उसने बताया, जांच के दायरे में आई ये कंपनियां भुगतान सेवा कंपनियों और बैंकों से जुड़ी मच्रेंट आईटी या खातों का इस्तेमाल करके अपराध का धन जुटा रही थीं और इन कंपनियों ने जो पते दिए थे, वे भी फर्जी हैं।

ऑनलाइन भुगतान सेवाएं देने वाली कंपनियां कोरोना का प्रकोप शुरू होने के वक्त यानी 2020 से ही ईडी की निगाह में हैं। दरअसल कई राज्यों से कर्ज लेने वाले ग्राहकों की आत्महत्या के मामले सामने आए थे जिसके बाद ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून के तहत जांच शुरू की थी। पुलिस ने भी कहा था कि कर्ज ऐप कंपनियां कर्ज लेने वाले लोगों को डराती-धमकाती हैं।

रेजरपे और कैशफ्री ने दी प्रतिक्रिया, पेटीएम भी बोला

इस संदर्भ में पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। कुछ मच्रेट उनकी जांच के दायरे में हैं, जिनके बारे में एजेंसियों ने हमसे जानकारी मांगी थी।’’ रेजरपे और कैशफ्री ने भी कहा कि वे जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग कर रही हैं। रेजरपे के प्रवक्ता ने कहा, हमारे कुछ मच्रेट की लगभग डेढ़ साल पहले कानून प्रवर्तन ने जांच की थी। इस बारे में चल रही जांच के सिलसिले में अधिकारियों ने हमसे अतिरिक्त जानकारी मांगी। हमने पूरा सहयोग किया और केवाईसी एवं अन्य विवरण उन्हें दे दिए। इससे अधिकारी संतुष्ट हुए। वहीं कैशफ्री  पेमेंट्स ने कहा, ईडी के अभियान में पूरा सहयोग दिया गया और जांच के दिन ही उन्हें आवश्यक जानकारी दी गई।

►ये कंपनियां भारतीय नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके उन्हें फर्जी तरीके से निदेशक बनाती हैं जबकि इन कंपनियों का नियंत्रण एवं परिचालन चीन के लोग करते हैं। -ईडी

►हम कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। कुछ मच्रेट उनकी जांच के दायरे में हैं, जिनके बारे में एजेंसियों ने हमसे जानकारी मांगी थी। -पेटीएम

भाषा
नई दिल्ली/बेंगलुरू


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