वैश्विक आर्थिक संकट के लिए असंतुलित व्यापार जिम्मेदार : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनियाभर में ‘आर्थिक अनिश्चितता’ के दौर को ‘असंतुलित बहुआयामी व्यापार’ का नतीजा बताते हुए मंगलवार को जोर देकर कहा कि भारत ने सुधारों की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं जिनके चलते वह वैश्विक वृद्धि तथा स्थिरता का केंद्र बना हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (file photo) |
मोदी ने ‘अरब न्यूज’ को दिए साक्षात्कार में कहा, आर्थिक अनिश्चितता असंतुलित बहुआयामी व्यापार प्रणाली का परिणाम है। जी-20 के अंदर भारत और सऊदी अरब असमानता को कम करने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यह खुशी की बात है कि सऊदी अरब अगले वर्ष जी 20 सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है और भारत इसका आयोजन 2022 में करेगा जो हमारी आजादी की 75वीं वषर्गांठ भी है।
यह पूछे जाने पर कि वैश्विक मंदी के असर को कम करने के लिए भारत और सऊदी अरब को क्या करना चाहिए, मोदी ने कहा-भारत ने व्यापार के अनुकूल माहौल बनाने के लिए अनेक सुधारवादी कदम उठाए हैं जिससे कि वह वैश्विक वृद्धि तथा स्थिरता का केंद्र बना रहे। उन्होंने कहा, सऊदी अरब ने भी अपने विजन 2030 के तहत सुधार के कार्यक्रमों की शुरुआत की है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत के व्यापार सुगमता के लिए उठाए गए कदमों और निवेशकों के अनुकूल अनेक पहल किए जाने से विबैंक के व्यापार सुगमता सूचकांक में भारत की रैंकिंग 142 से 63 पर आ गई है। सरकार की मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, स्वच्छ भारत, स्मार्ट सिटी और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं से विदेशी निवेशकों के लिए संभावनाएं बढ़ी है।
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