आम बजट : 'ब्रीफकेस' की जगह लाल कपड़े में 'बजट' लपेटकर लाईं निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में अपना पहला आम बजट पेश किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का भी यह पहला आम बजट है।
सीतारमण ने आम बजट किया पेश |
आम चुनाव के मद्देनजर फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था। सरकार बनने के बाद वर्ष 2019-20 के लिए यह पूर्ण बजट पेश किया गया।
वित्त मंत्री का कामकाज संभालने के बाद से ही सीतारमण बजट की तैयारियों में लग गयीं थी। हर क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर विभिन्न देशों के राजनयिकों तथा प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की थी।
सीतारमण ब्रीफकेस परंपरा तोड़ लाईं 'बहीखाता'
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को शुक्रवार को बजट पेश करने से पहले पारंपरिक लाल रंग के ब्रीफकेस के बजाय लाल रंग के कपड़े में लिपटे बजट दस्तावेज के साथ देखा गया। कपड़े के ऊपर अशोक स्तंभ बना था।
मुख्य आर्थिक सलाहकार के. सुब्रमण्यम ने कहा कि यह पश्चिमी प्रथा की गुलामी का प्रस्थान है। प्रत्येक भारतीय व्यापारी अपने व्यापार का हिसाब रखने के लिए पारंपरिक रूप से बहीखाता रखता है, यह लाल कपड़ा उसका प्रतीक है।
Chief Economic Advisor Krishnamurthy Subramanian on FM Nirmala Sitharaman keeping budget documents in four fold red cloth instead of a briefcase: It is in Indian tradition. It symbolizes our departure from slavery of Western thought. It is not a budget but a 'bahi khata'(ledger) pic.twitter.com/ZhXdmnfbvl
— ANI (@ANI) July 5, 2019
सीतारमण को लाल रंग के कपड़े में लिपटे बजट के दस्तावेज लाते हुए देखा गया था जो पीले और लाल धागे से बंधा हुआ था।
इससे पहले सभी वित्तमंत्रियों को लाल रंग के सूटकेस में बजट पेश करते हुए देखा गया था।
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी शाम पांच बजे बजट पेश करने की अतीत की परंपरा को बदला था। उसके बाद से सभी सरकारों में बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता रहा है। परंपरागत भारतीय व्यापारी अपना हिसाब-किताब बही खाते में रखते हैं।
स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था। उस समय बजट को चमड़े के बैग में रखकर लाया गया था।
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