ये जीत है बड़ी
एकदिवसीय इतिहास की सबसे विराट जीत हासिल कर भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया।
![]() ये जीत है बड़ी |
भारत ने पड़ोसी श्रीलंका को 317 रनों के विशाल अंतर से हराकर विपक्षी टीम से साल 2000 में 254 रनों से मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया। उस दौरान पूरी 27वें ओवर भारतीय टीम 54 रनों पर ढेर हो गई थी। उस मैच में सनत जयसूर्या ने 189 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। नि:संदेह खेल खासकर क्रिकेट के लिए यह अच्छी खबर है।
टीम इंडिया ने एक समय की सबसे मजबूत क्रिकेट टीम श्रीलंका को तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 से शिकस्त देकर इस खेल में अपनी हनक का बेहतरीन उदाहरण पेश किया। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 15वीं सीरीज जीती, जिसमें चौथी बार इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सीरीज के सभी मैच मैच जीते हैं। टीम इंडिया के लिए बेहतरीन संयोग यह भी बना कि विराट कोहली फिर से अपने बल्ले से आग उगलने लगे हैं। अब विराट वन डे मैच में सचिन के 49 शतकों से महज तीन शतक दूर हैं।
स्वाभाविक है, वह अपने कॅरियर के सबसे बेहतरीन दौर में हैं और चयनकर्ताओं को यह संदेश देने में भी सफल रहे हैं कि अभी उनके दिन नहीं लदे हैं और इस प्रारूप में उन्हें पीछे करना या कमतर आंकना गलती होगी। इस शतक (नाबाद 166 रनों की पारी) के साथ ही उनके खाते में 74 अंतरराष्ट्रीय शतक बन चुके हैं। हालांकि पिछले कुछ सीजन से विराट का बल्ला चुप्पी साधे था और कप्तानी से हटने के बाद एक वक्त तो ऐसा लगने लगा था कि विराट अब बीते दिनों की बात हो चले हैं। मगर यह कोहली की मानसिक प्रतिबद्धता और मजबूती ही है कि उन्होंने फिर से वह लय पा ली है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
बहरहाल, भारतीय टीम इस समय अनगिनत क्रिकेट प्रतिभाओं से सुसज्जित है। विराट के रहने और बल्ले से रनों की बौछार होने से नई प्रतिभाओं को निश्चित तौर पर काफी कुछ सीखने का मौका मिलेगा। कौशल में प्रवीण और हुनरमंद खिलाड़ियों के 2019 के बाद विराट कोहली शतक लगाने से लगातार चूक रहे थे। पिछले साल उन्होंने इस सूखे को तोड़ा था, लेकिन अब चार मैचों में तीन शतक लगाकर उन्होंने शतकों की बाढ़ ला दी है। कुल मिलाकर भारत ने इस सीरीज में श्रीलंका को जिस तरह से घुटनों के बल पर ला दिया है, उससे भारत की उम्मीदें और चमकदार हुई हैं।
Tweet![]() |