फिर डरा रहा कोरोना
वैश्विक महामारी कोरोना का खतरा रह-रह कर लोगों को डरा रहा है।
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कुछ दिन पहले तक जिस तरह से सरकार ने हर तरह की गतिविधियों में छूट देने का ऐलान किया है, उसके मुताबिक कोरोना का कहर थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। कह सकते हैं कि देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर उछाल देखने को मिला है। बृहस्पतिवार को एक बार फिर एक दिन में कोरोना संक्रमण के नये मामलों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। गुरु वार को 95,735 नये मामले सामने आए।
इन नये मामलों के साथ देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 44 लाख 65 हजार से अधिक हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह अद्यतन किए गए आंकड़े के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 1,172लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 75,062 हो गई है। देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 44,65,864 हो गए हैं, जिनमें से 9,19,018 लोग उपचाराधीन हैं और 34,71,784 लोग उपचार के बाद बीमारी से उबर चुके हैं। चिंता की बात है कि 60 फीसद से अधिक सक्रिय केस सिर्फ पांच राज्यों में ही हैं।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में 61 फीसद सक्रिय मामले हैं यानी दक्षिण के तीन राज्यों को ज्यादा सतर्कता से काम लेना होगा। ज्यादा चिंताजनक खबर राजधानी दिल्ली से हैं। वहां एक बार फिर नये मामले सामने आने से दहशत का माहौल है। यहां 24 घंटे में 4,039 नये मामले सामने आए हैं। इससे पहले 23 जून को सबसे ज्यादा 3,947 संक्रमित पाए गए थे। चूंकि यहां अनलॉक-4 के बाद हर तरह की छूट दे दी गई है, लिहाजा लोगों को भी ताकीद रखनी होगी कि लापरवाही न बरतें।
हो सकता है सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने की वजह से दिल्ली में केस बढ़ रहे हों। आने वाले दिनों में पर्व-त्योहार के चलते ज्यादा गहमागहमी रहेगी। सो, सरकार को चाहिए कि थोड़े दिनों के लिए ही सही, मगर एक बार फिर कुछ सख्त कदम उठाए। सरकार की यह दलील असहज करती है कि चूंकि ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं, इसलिए संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन अगर टेस्ट पहले किए जाते तो संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता था। खैर, हर किसी की जिम्मेदारी है कि ईमानदारी और समझदारी से नियम-कायदों का पालन करे।
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