सचिन का 'वर्ल्डकप विनिंग मोमेंट' बना खेलों का सबसे बेहतर लम्हा, मिला ‘लॉरेस 20’ स्पोर्ट्स अवॉर्ड

Last Updated 18 Feb 2020 12:51:23 PM IST

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को 2000 से 2020 तक के सर्वश्रेष्ठ लॉरेस खेल लम्हे के पुरस्कार के लिए चुना गया।


भारतीय प्रशंसकों के समर्थन से तेंदुलकर को इस पुरस्कार के लिए सबसे ज्याद मत मिले।          

भारत की 2011 विश्व कप में जीत के संदर्भ में तेंदुलकर से जुड़े लम्हे को ‘कैरीड ऑन द शोल्डर्स ऑफ ए नेशन’ शीर्षक दिया गया था।          

 

लगभग नौ साल पहले तेंदुलकर अपने छठे विश्व कप में खेलते हुए विश्व खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य बने थे। भारत ने साल 2011 में 28 साल बाद क्रिकेट विश्व कप जीता था और यह विश्व कप सचिन का आखिरी विश्व कप था।       

  

भारतीय टीम के सदस्यों ने इसके बाद तेंदुलकर को कंधे में उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था और इस दौरान इस दिग्गज बल्लेबाज की आंखों से आंसू गिर रहे थे।

सचिन का सपना था कि वह विश्व कप टीम का हिस्सा बनें। 2003 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए विश्व कप के फाइनल में हालांकि उनका यह सपना टूट गया था। रिकी पोंटिंग की कप्तानी वाली आस्ट्रेलिया ने फाइनल में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारत को मात दी थी। लेकिन भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 में सचिन के घर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल में श्रीलंका को हरा खिताब अपने नाम किया था।

इस सूची में पहले 20 दावेदारों को शामिल किया गया था लेकिन वोटिंग के बाद सिर्फ पांच दावेदारों को सूची में जगह मिली थी जिसमें तेंदुलकर विजेता बने।          

टेनिस के महान खिलाड़ी बोरिस बेकर ने इस पुरस्कार की घोषणा की जिसके बाद आस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर स्टीव वॉ ने तेंदुलकर को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।          

ट्रॉफी लेने के बाद तेंदुलकर ने कहा, ‘‘यह शानदार है। विश्व कप जीतने की भावना को शब्दों में बयान करना संभव नहीं था। ऐसा बहुत कम होता है जब पूरा देश जश्न मनाता हो।’’   

भाषा/आईएएनएस
बर्लिन


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