मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के एक सरकारी महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए तैयार हो रही छात्राओं के कथित तौर पर छिपकर वीडियो बनाने के आरोप में तीन विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

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गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य बताए गए हैं जबकि एक आरोपी के संगठन का नगर मंत्री होने का दावा किया गया है। इन सभी की उम्र 20 से 22 के बीच है।
पुलिस ने बताया कि यह घटना जिले के भानपुरा स्थित शासकीय महाविद्यालय में मंगलवार को हुई और प्रभारी प्राचार्य की लिखित शिकायत के आधार पर उन्होंने कार्रवाई की।
मंदसौर के पुलिस अधीक्षक विनोद मीना ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि महाविद्यालय की प्राचार्य ने लिखित शिकायत की थी, जिसके बाद परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड तस्वीरों की जांच की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘फुटेज में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि चार लड़के रोशनदान से ताकझांक कर रहे हैं। इसके बाद सभी युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।’’
मीना ने बताया कि इस मामले में कुल चार आरोपी हैं और पुलिस ने तीन को हिरासत में लिया है जबकि चौथा आरोपी फरार है।
उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए आरोपियों के मोबाइल जब्त किए गए हैं और इनकी फॉरेंसिक जांच भी की जाएगी।
भानपुरा शासकीय महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ प्रीति पंचोली ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मंगलवार को विश्वविद्यालय में युवा उत्सव था और उसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने के लिए बच्चियां तैयार हो रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान उन्हें ऐसा लगा कि कोई रोशनदान से उनकी तस्वीर ले रहा है…।’’
उन्होंने कहा कि इसके बाद पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई गई।
एबीवीपी के जिला संयोजक चंद्रराज पवार ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और इसकी जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल नगर मंत्री उमेश जोशी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है।’’
गिरफ्तार छात्रों में अजय गौड और हिमांशु बैरागी शामिल है।
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