द. अफ्रीका से दूसरा टेस्ट वीरवार से, भारत की नजरें सीरीज जीतने पर
जीत के रथ पर सवार भारतीय टीम बृहस्पतिवार से यहां शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में उतरेगी तो उसका इरादा इस लय को कायम रखते हुए श्रृंखला जीतने का होगा जबकि दक्षिण अफ्रीका शर्मनाक हार के गम को भुलाकर श्रृंखला में अपना अस्तित्व बनाये रखने उतरेगा।
पुणे : अभ्यास सत्र के दौरान फुटबॉल खेलते भारतीय कप्तान विराट कोहली। |
विशाखापत्तनम में पहले टेस्ट में विराट कोहली की टीम ने 203 रन से जीत दर्ज की। अब पुणे में ही श्रृंखला अपने नाम करने के लिए वे कोई कोताही बरतना नहीं चाहेंगे। लगभग ‘परफेक्ट’ प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश नहीं रहती लेकिन कोहली हर बार एक नयी चुनौती तलाश लेते हैं। भले ही सामना ऐसी टीम से है जो लगातार पांच दिन चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। रोहित शर्मा ने लगातार दो शतक जमाकर टेस्ट क्रिकेट में एक बेहतरीन सलामी बल्लेबाज के रूप में उभरने के संकेत दिये हैं। मयंक अग्रवाल भी हर मौके को भुनाने के फन में माहिर हैं।
विशाखापत्तनम में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक जड़ा जिससे कम से कम घरेलू हालात में तो भारत की शीषर्क्रम की समस्या सुलझाती नजर आ रही है। भारत को इसके बाद बांग्लादेश से भी दो टेस्ट खेलने हैं। रोहित और मयंक के अलावा भारत के पास कोहली, चेतेर पुजारा, अजिंक्य रहाणो और हनुमा विहारी जैसे बल्लेबाज भी हैं। इसी मैदान पर पिछली बार 2017 में स्पिनरों की मददगार पिच पर आस्ट्रेलिया के आफ स्पिनर नाथन लियोन ने भारतीय बल्लेबाजों की हालत खस्ता कर दी थी। उस तरह की पिच मिलने की संभावना हालांकि इस बार नहीं है।
क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर यदि उससे मिलती जुलती पिच बनाते भी हैं तो भारत के पास आर अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में विश्व स्तरीय स्पिनर हैं। पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के लिए डीन एल्गर और क्विंटोन डिकॉक ने भले ही शतक जमाया लेकिन 2017 में जिस तरह स्टीव स्मिथ ने यहां बल्लेबाजी की थी, उसे दोहरा पाना संभव नहीं है। पिछले मैच में आठ विकेट लेने वाले अश्विन और हरफनमौला प्रदर्शन में माहिर जडेजा से पार पाना दक्षिण अफ्रीका के लिए टेढी खीर साबित हो रहा है।
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