वर्ल्ड टूर फाइनल्स : पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत ने दर्ज की जीत
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और किदाम्बी श्रीकांत ने अपने अपने मैच सीधे गेम में जीतकर बुधवार को यहां सत्र के आखिरी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स में शानदार शुरुआत की।
बाली : बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स में खेलती पीवी सिंधु। |
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधु ने डेनमार्क की लाइन क्रिस्टोफरसेन को 21-14, 21-16 से हराया।
इससे पहले श्रीकांत ने फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव को ग्रुप बी के मुकाबले में 42 मिनट के भीतर 21-14, 21-16 से पराजित किया। यह टूर्नामेंट जीतने वाली एकमात्र भारतीय सिंधु का सामना अब जर्मनी की वोन्ने लि से होगा। सिंधु ने 2018 में यह खिताब जीता था।
महिला युगल में अिनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी को हालांकि जापान की दूसरी वरीयता प्राप्त नामी मत्सुयामा और चिहारू शिडा की जोड़ी ने 21-14, 21-18 से मात दी।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जोड़ी को ग्रुप ए के अपने पहले मुकाबले में डेनमार्क के किम एस्ट्रूप और एंडर्स रासमुसेन ने आसानी से 21-16, 21-5 से शिकस्त दी। पुरुष एकल में दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत ने शानदार खेल दिखाते हुए दुनिया के 33वें नंबर के खिलाड़ी को हराया।
पहला गेम शुरुआत में करीबी रहा लेकिन ब्रेक तक श्रीकांत ने 11-9 की बढत बना ली। इसके बाद लगातार पांच अंक लेकर स्कोर 16-10 किया और जल्दी यह यह गेम जीत लिया। दूसरे गेम में वह 1-4 से पिछड़ रहे थे लेकिन जल्दी वापसी करते हुए ब्रेक तक दो अंक की बढत बना ली। यह बढत जल्दी ही 14-9 की हो गई लेकिन फिर अंतर 19-14 का रह गया।
टोमा के लांग शॉट से श्रीकांत को चार मैच अंक मिले और बेहतरीन नेट प्ले से उन्होंने मुकाबला जीत लिया। अब उनका सामना तीन बार के जूनियर विश्व चैंपियन थाईलैंड के कुंलावुत वितिदसर्न से होगा। सिंधु ने शुरू में ही 5-2 की बढत बना ली लेकिन यह अंतर जल्दी ही घटकर 7-6 का हो गया। सिंधु ने इसके बाद लगातार दस अंक लेकर पहला गेम जीता।
दूसरे गेम में लाइन ने बेहतर प्रदर्शन करके 4-2 की बढत बनाई। सिंधु ने ब्रेक के समय 11-10 की बढत ले ली थी। ब्रेक के बाद उसने बढत 17-13 की कर ली और फिर लाइन को कोई मौका नहीं दिया।
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