नीरज चोपड़ा, सुमित अंतिल समेत 12 खिलाड़ी खेल रत्न से सम्मानित, 35 को मिला अर्जुन पुरस्कार
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल और महिला क्रिकेटर मिताली राज सहित नौ अन्य खिलाड़ियों को शनिवार को यहां राष्ट्रपति भवन में देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित किया गया। गया। वहीं, 35 एथलीटों को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया।
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ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा और पैरालंपिक हीरो को जोरदार तालियों के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कई मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में खेल रत्न पुरस्कार दिया गया।
इस वर्ष इन पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में नाम दिए गए थे, जिन पर इस महीने की शुरुआत में (सेवानिवृत्त) न्यायमूर्ति मुकुंदकम शर्मा की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने फैसला लिया।
खेल रत्न बारह खिलाड़ियों को मिला जिसमें, नीरज (एथलेटिक्स), रवि दहिया (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), पीआर श्रीजेश (हॉकी), अवनी लेखारा (पैरा-शूटिंग), एंटील (पैरा-एथलेटिक्स), प्रमोद भगत ( पैरा-बैडमिंटन), कृष्णा नगर (पैरा-बैडमिंटन), मनीष नरवाल (पैरा-शूटिंग), मिताली राज (क्रिकेट), सुनील छेत्री (फुटबॉल), और मनप्रीत सिंह (हॉकी)।
इस बीच, टोक्यो 2020 पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हुए। क्योंकि ऐसी बातें सामने आ रही थीं कि उनकी मां का शुक्रवार को निधन हो गया और इसलिए वह इस समारोह में नहीं पहुंच सके।
इस समारोह में टोक्यो 2020 ओलंपिक में 41 साल बाद भारत को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाने वाली पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्यों को श्रीजेश और मनप्रीत को छोड़कर अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, ये दोनों पहले ही इसे प्राप्त कर चुके हैं।
अर्जुन पुरस्कार लेने वाले एथलीटों में अरपिंदर सिंह, सिमरनजीत कौर, शिखर धवन, भवानी देवी, मोनिका देवी, वंदना कटारिया, संदीप नरवाल, हिमानी उत्तम परब, अभिषेक वर्मा, अंकिता रैना, दीपक पुनिया, दिलप्रीत सिंह, हरमन प्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार, अमित रोहिदास, बीरेंद्र लकड़ा, सुमित, नीलकांत शर्मा, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, गुरजंत सिंह, मनदीप सिंह, शमशेर सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, वरुण कुमार, सिमरनजीत सिंह, योगेश कथूनिया, निषाद कुमार, प्रवीण कुमार, सुहास यतिराज, सिंहराज अधाना, भावना पटेल, हरविंदर सिंह और शरद कुमार शामिल हैं।
इस अवसर पर लाइफ टाइम श्रेणी के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार भी प्रदान किया गया। इसे कोचों में टीपी औसेफ (एथलेटिक्स), सरकार तलवार (क्रिकेट), सरपाल सिंह (हॉकी), आशान कुमार (कबड्डी) और तपन कुमार पाणिग्रही (तैराकी) को दिया गया।
द्रोणाचार्य नियमित श्रेणी में राधाकृष्णन नायर पी (एथलेटिक्स), संध्या गुरुंग (मुक्केबाजी), प्रीतम सिवाच (हॉकी), जय प्रकाश नौटियाल (पैरा-शूटिंग) और सुब्रमण्यम रमन (टेबल टेनिस) को सम्मानित किया गया।
लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए ध्यानचंद पुरस्कार एथलीट लेखा केसी, शतरंज ग्रैंडमास्टर अभिजीत कुंटे, दविंदर सिंह गरचा (हॉकी), विकास कुमार (कबड्डी) और सज्जन सिंह (कुश्ती) को दिया गया। पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़) को 2021 के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएएमए) ट्रॉफी मिली।
भारत ने टोक्यो ओलंपिक में सात पदक जीतकर इतिहास रच दिया था और टोक्यो पैरालिंपिक में, भारतीय एथलीटों ने 19 पदकों के साथ शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल थे।
जानें राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों का विवरण और पुरस्कार विजेताओं को क्या मिला :
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार : यह भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान है और चार साल की अवधि में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में एक पदक, एक प्रमाणपत्र और 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।
अर्जुन पुरस्कार : यह चार वर्षो की अवधि में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में अर्जुन की कांस्य प्रतिमा, प्रमाणपत्र, औपचारिक पोशाक और 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।
द्रोणाचार्य पुरस्कार : यह प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में द्रोणाचार्य की कांस्य प्रतिमा, एक प्रमाणपत्र, औपचारिक पोशाक और 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।
ध्यानचंद पुरस्कार : यह खेल में आजीवन उपलब्धि के लिए सर्वोच्च पुरस्कार है और व्यक्तिगत क्षमता में खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शन और योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में ध्यानचंद की प्रतिमा, एक प्रमाणपत्र, औपचारिक पोशाक और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार : यह पिछले तीन वर्षो की अवधि में खेल प्रोत्साहन और विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए संगठनों (निजी और सार्वजनिक दोनों) और व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्रॉफी : यह विश्वविद्यालय को एक वर्ष की अवधि में अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाता है।
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