पैरालंपिक: प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में भारत को दिलाया पहला गोल्ड, मनोज के नाम ब्रॉन्ज
भारत के प्रमोद भगत ने यहां जारी टोक्यो पैरालंपिक में पुरुष एकल एसएल3 बैडमिंटन इवेंट में ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बाथेल को 2-0 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
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भगत बैडमिंटन में ओलंपिक या पैरालंपिक में स्वर्ण लाने वाले देश के पहले एथलीट हैं।
भुवनेश्वर के 33 वर्षीय भगत ने बाथेल को 21-14, 21-17 से हराकर पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
वहीं मनोज सरकार ने पैरालंपिक में पुरुष एकल वर्ग के एसएल3 मुकाबले में जापान के दाएसुके फुजिहारा को 2-0 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।
मनोज से पहले भारत के प्रमोद भगत ने इसी इवेंट के फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बाथेल को 2-0 से हराकर बैडमिंटन में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। मनोज और भगत के पदक जीतने के बाद भारत ने इस पैरालंपिक में अपने पदकों की संख्या अब 17 कर ली है।
मनोज ने कांस्य पदक मुकाबले में फुजिहारा को 47 मिनट तक चले मुकाबले में 22-20, 21-13 से हराया। मनोज को पहला गेम जीतने के लिए कुछ मेहनत करनी पड़ी और उन्हें फुजिहारा ने कड़ी चुनौती दी। लेकिन मनोज ने दूसरा गेम आराम से अपने नाम किया।
इससे पहले, मनोज को एसएल 3 के सेमीफाइनल में बाथेल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और वह स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर हो गए थे।
भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में अबतक चार स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य पदक के साथ कुल 17 पदक अपने नाम किए हैं।
पीवी सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत जबकि पिछले महीने हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
विश्व के शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी भगत एसएल3 के गत विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने यह खिताब बासेल में बाथेल को ही हराकर जीता था।
इससे पहले, भगत ने सेमीफाइनल में जपान के फुजिहारा दाएसुके को हराया था।
इसके साथ ही भारत ने इस पैरालंपिक में अपना चौथा स्वर्ण पदक जीता।
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