विश्व बैडमिंटन में भारत का दबदबा शुरू हो चुका है : साइना
बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि सहारा इंडिया अकेला संस्थान है जिसने हर खेल को बढ़ाने में सहयोग किया, सहाराश्री सुब्रत रॉय जी हर खेल के बारे में अपडेट रहने वाले रेयर ऑफ द रेयरेस्ट पर्सन हैं
बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल (फाइल फोटो) |
आज से दस साल पहले जब खेलों के लिये स्पांसर कम मिलते थे तब से ही सहारा इंडिया ने सभी खेलों को बढ़ावा दिया है. सहाराश्री को भी खेलों में काफी इंट्रेस्ट है वो खेलों के मामले में हमेशा अपडेट रहते हैं. ये कहना है बैडमिंटन की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल का. समय यूपी उत्तराखंड के एडिटर रमेश अवस्थी ने लखनऊ में साइना नेहवाल से उनके खेल जीवन के उतार-चढ़ाव और आगे की योजनाओं के बारे में बातचीत की.
काफी संघर्ष किया आपने अपने जीवन में..
संघर्ष तो होता ही है किसी भी फील्ड में जो भी व्यक्ति होता है अपने को सफल बनाने के लिए कोशिश करता है. मैंने स्टार्ट तो किया था काफी संघर्ष से पर मेरे से ज्यादा मेरे पेरेंट्स काफी इन्वॉल्व थे जिन्होंने हमारे लिए कुछ चीजें काफी आसान बना दी थीं क्योंकि जब मैंने बैडमिंटन खेलना शुरू किया था तब बैडमिंटन इतना पॉपुलर नहीं था. मेरे पापा एक साइंटिस्ट हैं उनका हैदराबाद तबादला हुआ और इसी के बाद मेरी बैडमिंटन की स्टोरी शुरू हुई. इससे पहले मुझे स्विमिंग और टेबिल टेनिस पसंद था. मेरी मम्मी कहती थी कि वो मेरे हाथ में ओलम्पिक का मेडल देखना चाहती हैं.
आपकी फाइटिंग स्प्रिट की लोग तारीफ करते हैं. रियो ओलंपिक से पहले आपको चोट लगी फिर भी आप उसमें शामिल हुई फिर अपनी सर्जरी कराई.इतनी ऊर्जा आपको कहाँ से मिलती है?
देखिये मेरे अंदर इतनी हिम्मत थी कि मैं वर्ल्ड नंबर 1 बनी, मैंने 10 सुपर सीरीज़ टॉइटल जीते, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल जीता और इतने सारे रिजल्ट हैं मेरे पास. अभी इस साल मुझे र्वल्ड चैम्पियनिशप ब्रॉन्ज़ मेडल मिला. तो आप जब बुरा टाइम फेस करते हो तो उसे भी आपको पॉजेटिवली लेना चाहिए. आपने प्लान नहीं किया था कि आपकी ये सर्जरी हो जाएगी. आप इतनी प्रेक्टिस करके खेल रहे थे. दु:ख होता है कि आप इतने अच्छे फार्म में हो और अचानक कुछ हो जाये औरे आपको फिर जीरो से स्टार्ट करना पड़े.
2017 की शुरूआत आपने बड़े शानदार तरीके से की. मलयेशिया कप जीता 2018 के आरम्भ में आप क्या करेंगी ?
अभी तो हमने पीबीएल सीज़न थ्री स्टार्ट किया है जो चल रहा है और इधर भी इतने सारे प्लेयर्स आये हुए हैं जो टॉप टेन में है वर्ल्ड के. उनके साथ खेलकर भी ऐसा ही लगता है कि हम सुपर सीरीज टूर्नामेंट ही खेल रहे है. 2018 में कॉमन वेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स के साथ वर्ल्ड चैंपियनिशप और काफी सारे सुपर सीरीज़ टूर्नामेंट हैं इस साल.. मुझे खुद को फिट रखना होगा.
पीवी सिंधु और श्रीकांत जैसे खिलाड़ी भी बैडमिंटन में हैं आप किसे सबसे बेहतर मानती है और किसको अपना कम्पटीटर मानती हैं?
खिलाडी तो सब अच्छे खेल रहे हैं, श्रीकांत ने पिछली पाँच सुपर सीरीज में जिस तरीक़े से पहले पाँच फाइनल खेले, एक सुपर सीरीज भी खेलना मुश्किल होता है लेकिन श्रीकांत पाँच सुपर सीरीज के फाइनल में पहुँचे. सभी एक से बढ़कर एक है सभी के बीच कम्पटीशन रहता है.
पीबीएल में आप अवध वॉरियर्स की तरफ़ से खेल रही है कैसा अनुभव रहा है आपका.
अवध वॉरियर्स को मैं धन्यवाद अदा करना चाहूँगी कि उन्होंने र्थड सीजन में हमें मौक़ा दिया है. इस बार हमारी टीम काफ़ी मज़बूत है पिछले दो सीजन में हम सेमी फाइनल में हार गए थे इस बार प्रयास रहेगा कि टाइटल जीत सकें. सभी खिलाड़ी अपना बेस्ट परफॉरमेंस दे रहे हैं. अवध वॉरियर्स टीम बहुत अच्छा कर रही है. अवध वॉरियर्स टीम सहारा इंडिया परिवार की है.
आपकी मुलाक़ात सहारा इंडिया परिवार के मुख्य अभिभावक सहाराश्री से हुई होगी. उन्होंने खेल के मामले में काफ़ी योगदान दिया है आप उन्हें किस रुप में देखती है?
मैं यही बोल सकती हूं कि जो सहारा ने शुरू किया था 10 वर्ष पहले, आज देखिए कि कई सारे स्पांसर आ गए हैंं. सहारा हाकी को भी स्पांसर कर रहा है , 10 साल पहले हर खेल को सहारा स्पांसर करता था, और आज भी कर रहा है. दस साल पहले सहारा देश के हर एक स्पोर्टस का स्पांसर होता था. दस साल पहले स्पोर्ट्स इतना पॉपुलर नहीं था लेकिन सहारा सारे खेलों के लिये आगे आया. सहारा अपने आप में अकेला संस्थान है जिसने हर एक खेल को बढ़ाने में सहयोग किया.
सहाराश्री हर एक खेल के बारे में हमेशा अपडेट रहते हैं. वह रेयर ऑफ द रेयरेस्ट पर्सन हैं. मुझे भी सहारा ने 2012 से 2015 तक स्पांसर किया था. सहाराश्री सुब्रत रॉय जी का खेल में बहुत इंटरेस्ट रहता है स्पोर्ट्स के बारे में..किसका मैच चल रहा है कौन आगे चल रहा है सब अपडेट रहते हैंं. मेरी शुभकामनाएं हैं कि वह इतना आगे बढ़े हैं और आगे भी बढ़ते जाएं, मेरा भी लक्ष्य है कि अब उनके लिए जीत सकूं..मैं उनकी टीम में हूं और अपनी टीम का नाम रोशन करना चाहती हूं.
अपने जीवन में तमाम उतार चढ़ाव देखे. कौन सा क्षण आपको सबसे •यादा उत्साहित करता है और किस समय में आप दुखी हुई ?
ऐसा तो मुझे कभी नहीं लगा कि मुझे सब कुछ मिल गया है. ओलंपिक मेडल जीतने पर मैं बहुत खुश हुई थी क्योंकि वो मेरी मम्मी का सपना था... 2012 में मुझे ओलंपिक में मेडल मिला था. 2015 में वर्ल्ड नम्बर 1 बनी , तो ये दो चीजें थी जहां पर मुझे अच्छा लगा. गेम बहुत अच्छी चीज़ है लेकिन उससे पहले खुद को फिट रखना उससे •यादा जरूरी है. मेरे घुटने की सर्जरी हुई थी जो मेरे लिए सबसे दुखद क्षण रहा है.
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