उत्तराखंड में बारिश से भारी तबाही, चमोली और लिनचोली में फटा बादल, पहाड़ी इलाकों में जाने से बचने की अपील

Last Updated 14 Aug 2023 10:36:53 AM IST

उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। उत्तरकाशी में भी अतिवृष्टि के कारण तहसील मोरी के टिकोची के अन्तर्गत पावर नदी के दूसरी ओर 3 गौशाला एवं 2 भवन क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है।


उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। इस बीच चमोली जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है।

चमोली जिले के सोल घाटी में देर रात बादल फटने से थराली गांव और केरा गांव में भारी नुकसान हुआ है। दोनों गांवों में कई मकान, दुकानें और गौशालाएं मलबे में दब गए हैं। लोगों ने आधी रात को घर से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। पीपलकोटी, गडोरा और ढाढर बगड़ में भी कई मकान मलबे में दब गए हैं।

उत्तराखंड में भारी बारिश से हुई तबाही को देखते हुए उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से अपील कर कहा कि इस समय पहाड़ी इलाकों में न जाएं।

उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया था। 12 अगस्त से ही भारी बारिश हो रही है विशेषकर गढ़वाल क्षेत्र में बारिश हो रही है। सभी जगहों पर सड़कें बंद हैं और पुलिस और एसडीआरएफ की टीम अलर्ट पर है। चमोली और उत्तरकाशी मोरी क्षेत्र में बादल फट गया। ऋषिकेश में भारी जलभराव हो गया है।

देवानंद चंदोला समेत लोगों के कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।क्षेत्र में अभी भी बारिश हो रही है, जिससे लोग दहशत में हैं। प्राणमति नदी के उफान पर आने से रतगांव को जोड़ने वाला वैली ब्रीज और थराली गांव को कोटडीप से जोड़ने वाला आरसीसी ब्रिज भी टूट गया है। सोल घाटी मोटर मार्ग का लगभग 50 मीटर हिस्सा भी बह गया है जिससे ब्लॉक मुख्यालय थराली से सोल घाटी का संपर्क कट गया है।

पीपलकोटी में नगर पंचायत का दफ्तर और आसपास के आवासीय भवन मलबे में दब गए हैं। कई वाहन में मलबे में दबे हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने बताया कि मकानों को खाली कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पीपलकोटी के गडोरा में बदरीनाथ हाईवे पर भी भारी मात्रा में मलबा आ गया है। मलबे में कुछ वाहन दबे हैं।

चमोली तहसील के कौंज पाथनी गांव में तीन गौशालाएं मलबे में दब गई है। इन गौशालाओं में कई मवेशी थे।

आराकोट क्षेत्र के ग्राम टिकोची में दुचाणु ग्रामवासियों के खेती आदि कार्यों के लिए गौशाला बनायी गई थी। घर के पास जालू खड्ड में पानी बढ़ने के चलते गोशाला और भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं।  इस हादसे में 1 महिला, जिनका नाम भूमि देवी (55 साल) है, के नाले में बहने की भी सूचना मिली है एवं 2 लोग सामान्य रूप से घायल हैं।

बारिश के बाद तबाही के कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं, जिसमें वहां के हालात कैसे देखे जा सकते हैं। लगातार हुई बारिश के चलते देहरादून के पास दून डिफेंस कॉलेज की बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई। वहीं, मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।


वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ी लिंचलोली के पास रविवार देर रात बादल फटने से बड़ी तबाही मची है।

बादल फटने से टेंटों में सो रहे छह लोग फंस गए। इनमें से पांच लोगों का रेस्क्यू कर, उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है, वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीं छानी कैंप में तीन दुकानों को नुकसान पहुंचा है।

बीती देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मंदाकिनी और अलकनंदा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बेलनी पुल के पास स्थित हनुमान मंदिर अलकनंदा नदी में डूब गया है।

आपको बता दें कि, केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बड़ी लिनचोली में छानी कैम्प में बादल फटने से यात्रा का पैदल संपर्क मार्ग का कुछ हिस्सा वॉशआउट हो गया है। केदार घाटी में देर रात से बारिश लगातार जारी है। मंदाकिनी और उसकी सभी सहायक नदी नाले उफान पर है।

वहीं देर रात केदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग पर बड़ी लिनचोली के समीप छानी कैम्प में बरसाती नाले ने भयंकर तांडव मचाते हुए पैदल यात्रा के बड़े हिस्से को बहा दिया। वहीं एक व्यक्ति की मौत की सूचना भी आ रही है। वहीं रुक-रुक कर हो रही बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। भारी बारिश से कई संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं।

रुद्रप्रयाग छानी कैंप में भारी बारिश से तीन दुकानों को नुकसान पहुंचा है। दुकानों में भी बरसाती पानी घुसा है।

इधर, रूद्रप्रयाग जनपद के निचले इलाकों में मंदाकिनी नदी उफान पर है। नदी भयंकर गर्जना के साथ पूरे वेग के साथ बह रही है। बारिश अभी भी लगातार जारी है। ऐहतियातन लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

समय लाइव डेस्क/ आईएएनएस
गोपेश्‍वर/नई दिल्ली


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