मोदी ने कहा अखिलेश से, रमजान में देते हो बिजली तो दिवाली पर भी दो

Last Updated 20 Feb 2017 06:09:02 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में भेदभाव को सबसे बड़ा संकट मानते हुए रविवार को राज्य की सत्ताधारी सपा के अलावा कांग्रेस और बसपा पर जोरदार हमला बोला.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करते हुए.

मोदी ने \'सबका साथ सबका विकास\' का मतलब समझाते हुए कहा कि सबको उसका हक मिलना चाहिए, चाहे वह किसी भी माता की कोख से पैदा हुआ हो.

मोदी ने फतेहपुर में एक चुनावी रैली में कहा, \'उत्तर प्रदेश में भेदभाव सबसे बड़ा संकट है. अन्याय की जड़ों में भेदभाव है. जिसका भी हक है, उसे मिलना चाहिए चाहे वह किसी भी माता की कोख से पैदा हुआ है. यही है सबका साथ सबका विकास.\' उन्होंने कहा, \'गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए. रमजान में बिजली मिलती है तो दीवाली में भी मिलनी चाहिए. होली में बिजली मिलती है तो ईद पर भी मिलनी चाहिए. कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाने का. किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, धर्म और जाति के आधार पर बिल्कुल नहीं.\'

अखिलेश पर जमकर किया हमला : मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकारी खजाने से अनाप-शनाप धन लुटाकर टीवी और अखबारों में छाए रहने के प्रयास से कुछ नहीं होना वाला है क्योंकि ये जनता है, सबकुछ जानती है. जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध पानी का पानी कर देती है.\' मोदी ने कहा, \'आपने (अखिलेश) जनता के साथ धोखा किया.

राहुल गांधी को भी नहीं बख्शा : कांग्रेस और इसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि सारे देश में तो पिट गए, लेकिन सोचा कि शायद पुरखों के नाम पर उत्तर प्रदेश में बच जाएं. जिन्होंने कभी तेज धूप नहीं देखी थी, जो सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए थे, ऐसे लोग \'27 साल यूपी बेहाल\' का नारा लेकर गांव-गांव गए. उनको लग रहा था कि मौका है सरकार खत्म हो रही है, शायद जगह बन जाए. उन्होंने कहा, \'लेकिन पूरा भ्रमण करने के बाद (राहुल ने) पाया कि कुछ मेल नहीं बैठ रहा है. हम भी डूब रहे, तुम भी डूब रहे तो सोचा चलो जरा हाथ पकड़ लें, शायद बच जाएं.\'

मायावती पर भी साधा निशाना : मायावती पर परोक्ष हमला बोलते हुए मोदी ने नोटबंदी के परिप्रेक्ष्य में कहा कि आठ नवम्बर को रात आठ बजे जब \'मैंने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों. ऐसा करंट लगा कि कुछ को अभी भी होश नहीं आया है.\' उन्होंने कहा कि 14 साल हो गए, उत्तर प्रदेश में विकास को वनवास मिल गया है. अब 14 साल पूरे हो गए हैं तो विकास का वनवास भी खत्म होना चाहिए.\'



प्रजापति पर एफआईआर के लिए सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा, ये काम है कि कारनामा

प्रधानमंत्री ने अखिलेश कैबिनेट के मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम लेते हुए कहा कि इस देश में एक थाने में एफआईआर लिखवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को बीच में आना पड़ा. \'जिस राज्य में थाने का ये हाल होगा, बलात्कार करने वालों को खुली छूट होगी और न्याय पाने के लिए तड़प रही मां-बेटी को शीर्ष अदालत के दरवाजे खटखटाने पड़े. ये कौन सा काम किया आपने अखिलेश जी. आपके गायत्री ने कौन सा काम किया.\' उन्होंने कहा, \'ये काम है कि कारनामा ?\'
 

 

 

भाषा


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