Bareilly Violence: बरेली हिंसा पर यूपी पुलिस का एक्शन, मौलाना तौकीर रजा समेत 8 को किया गिरफ्तार

Last Updated 27 Sep 2025 03:23:59 PM IST

इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान और अन्य सात शरारती तत्वों को शुक्रवार को नमाज़ के बाद हुई हिंसक झड़पों की कथित साजिश रचने के आरोप में शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।


शनिवार को बरेली के जिलाधिकारी (डीएम) अविनाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि बरेली में बवाल के मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर रजा समेत आठ उपद्रवियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने तौकीर रजा खान पर शुक्रवार को अपने भड़काऊ भाषण से हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।

एसएसपी ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा खान के उकसावे पर युवाओं की भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी, जिससे खलील तिराहा से लेकर इस्लामिया मैदान तक ‘अराजकता’ का माहौल बन गया।

तौकीर रज़ा खान के साथ गिरफ्तार और जेल भेजे गए सात अन्य लोगों में सरफराज, मनीफुद्दीन, अज़ीम अहमद, मोहम्मद शरीफ, मोहम्मद आमिर, रेहान और मोहम्मद सरफराज शामिल हैं।

न्यायिक हिरासत में भेजे गए आठ लोगों के अलावा, पुलिस ने पूछताछ के लिए लगभग 36 और कथित उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। घटना के वीडियो फुटेज के आधार पर उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

एसएसपी ने दावा किया कि मौलाना तौकीर रजा खान शुक्रवार से ही निगरानी में थे। मौलाना तौकीर रजा खान ने कथित तौर पर शुक्रवार की रात पार्टी नेता और अपने दोस्त फरहत के घर पर बिताई, जबकि उनके समर्थकों को बताया गया कि वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।

पुलिस अधीक्षक (यातायात) अकमल खान के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने मौलाना तौकीर रजा खान को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया और उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। शनिवार सुबह उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया और बाद में जेल भेज दिया गया।

तौकीर रज़ा खान दो दशकों से ज़्यादा समय से राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और बरेली और आसपास के जिलों में उनका कुछ प्रभाव है। तौकीर रजा खान सुन्नी इस्लाम के बरेलवी संप्रदाय के संस्थापक अहमद रज़ा खान के वंशज भी हैं। पहले भी उन पर कई विवादित मामलों में पुलिस कार्रवाई कर चुकी है।

इसके पहले एसएसपी अनुराग आर्य ने संवाददाताओं को बताया था कि ‘‘तौकीर रजा खान को हिरासत में ले लिया गया है और अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। बरेली में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।’’

सूत्रों के अनुसार, पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले मौलाना तौकीर रजा खान ने शुक्रवार रात एक वीडियो बयान जारी किया जिसमें बरेली में हुई झड़पों से संबंधित आधिकारिक बयानों का खंडन किया और आरोप लगाया गया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है, जिससे वह अपने समर्थकों को संबोधित नहीं कर पा रहे हैं।

बरेली में शुक्रवार को सुबह उस समय हिंसा भड़क उठी, जब नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में भारी भीड़ जमा हो गई।

अपने वीडियो में मौलाना तौकीर रजा खान ने प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘…इसमें भाग लेने वाले नौजवानों को मैं बधाई देता हूं।’’

उन्होंने नमाज के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुसलमानों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रपति को एक पत्र सौंपने की अपनी योजना का जिक्र करते हुए अफसोस जाहिर किया, ‘‘उन्हें घर में ही पुलिस ने नजरबंद कर दिया। इसीलिए मैं कल रात से अपने दोस्त के घर पर रहा।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मेरे फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया गया और एक झूठा बयान प्रकाशित किया गया।’’

तौकीर रजा खान ने कहा कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उनके घर उस समय पहुंचे, जब वह नमाज के लिए निकलने वाले थे और पुलिस बल बुलाकर उन्हें नजरबंद कर दिया।

उन्होंने चेतावनी दी, ‘‘धार्मिक भावनाओं को दबाने की कोशिशें उल्टी पड़ेंगी। पुलिस इस मामले को जितना दबाने की कोशिश करेगी, यह उतना ही उभरेगा। अगर धार्मिक मामलों को रोकने की कोशिश की जाएगी, तो कोई चुप नहीं बैठेगा।’’

मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा, ‘‘अगर मैं नमाज़ पढ़ने गया होता, तो ऐसा कुछ नहीं होता। मुसलमानों पर जानबूझकर लाठियां चलाई गईं और उन पर आरोप लगाए गए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस समय नजरबंद हूं। अगर मुझे गिरफ्तार कर लिया जाए तो मुझे खुशी होगी। जैसे अतीक को गोली मारी गई, वैसे ही मुझे भी गोली मार दो। लेकिन सरकार को उत्तर प्रदेश और देश का ध्यान रखना चाहिए।’’

उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया, ‘‘अगर पुलिस का यही तरीका रहा तो मुल्क के हालात बिगड़ने का अंदेशा है। मैं नहीं चाहता कि मेरे देश और मेरे शहर का माहौल खराब हो। इस बार कोई हिंदू-मुस्लिम झगड़ा नहीं हुआ, पुलिस ने खुद जनता को नुकसान पहुंचाया और मुसलमानों पर अत्याचार किए।’’

तौकीर रजा खान का यह बयान जिलाधिकारी अविनाश सिंह और उप महानिरीक्षक अजय कुमार साहनी द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि बरेली में हिंसा एक ‘‘सुनियोजित साजिश’’ का नतीजा थी।

 

भाषा
बरेली (उप्र)


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