प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 75वां जन्मदिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया और इस अवसर पर उनकी दीर्घायु की कामना के साथ गंगा में दुग्ध अर्पण किया गया।
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इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा क्षेत्र में कई जनकल्याणकारी गतिविधियां आयोजित की गईं।
शहर दक्षिण के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम और शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 108 युवा वैदिक विद्वानों के साथ ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट पर प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घायु और राष्ट्र की समृद्धि के लिए वैदिक मंत्रों का जाप करते हुए दुग्ध अपर्ण किया।
सुबह नौ बजे से अस्पतालों, अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में फल वितरित किए गए, जबकि शाम पांच बजकर 45 मिनट पर नमो घाट पर विशेष गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि नगर निगम बुधवार को 111 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेगा जिसमें सभी आठ क्षेत्रों और पांच विधानसभा क्षेत्रों में 63.76 करोड़ रुपये की लागत से 65.68 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण, मरम्मत और जल निकासी कार्य शामिल हैं।
नगर निगम ने 75 कुओं की सफाई और जीर्णोद्धार, पांडेयपुर पुल के नीचे 30 बिस्तरा आश्रयगृह के निर्माण, कुत्तों के लिए आश्रय स्थल, कुत्तों के पंजीकरण और पशु पकड़ने वाले वाहनों की शुरुआत जैसी पहलों की भी घोषणा की। इस खास मौके पर 75 किलो का केक काटकर प्रधानमंत्री के जन्मदिन का उत्सव मनाया जाएगा।
मोदी के बेहतर स्वास्थ्य, राष्ट्रीय एकता और प्रधानमंत्री के रूप में उनके लंबे कार्यकाल के लिए प्रार्थना करते हुए संतों ने बाबा काशी विश्वनाथ का 1,100 कमल के फूलों से सहस्त्रार्चन और उसके बाद महारुद्राभिषेक जैसे धार्मिक अनुष्ठान किए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पदाधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर आईएमए ब्लड बैंक, मंडलीय अस्पताल और ईएसआईसी अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी भारत के तीसरे सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री हैं और निर्बाध कार्यकाल के मामले में दूसरे स्थान पर हैं।
मोदी 2014 से वाराणसी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तथा घाट पुनर्विकास जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की निगरानी कर रहे हैं।
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