संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अमरोहा में बच्चियों के उपनयन संस्कार में लिया हिस्सा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत मंगलवार को अमरोहा पहुंचे। यहां उन्होंने रजबपुर इलाके के चोटिपुरा गांव में स्थित श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल महाविद्यालय में यज्ञ में हिस्सा लिया।
![]() संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अमरोहा में बच्चियों के उपनयन संस्कार में भाग लिया। |
इस दौरान उन्होंने महाविद्यालय की 134 बच्चियों को उपनयन संस्कार के बाद आशीर्वाद दिया। साथ ही नवनिर्मित भवन संस्कृति का उद्घाटन किया औऱ महाविद्यालय प्रांगण में अशोक का पौधा लगाया।
इसके बाद उन्होंने दोपहर दो बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे गीता संवाद, गीता गौरव गाथा आदि में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसके बाद आरएसएस प्रमुख ने बालिकाओं के सवालों के जवाब दिए।
प्रधानमंत्री बनने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मोहन भागवत ने कहा कि हम आरएसएस के लोग कुछ बनने के लिए संघ में नहीं आए हैं। हम अपने आप को संघ के लिए समर्पित करने वाले लोग हैं। देश को बनाने के लक्ष्य के साथ काम करना है। मेरी कोई इच्छा और आकांक्षा नहीं है। जिसको जैसे संघ रखता है, वो वैसा रहता है। हम व्यक्ति के नाते कुछ नहीं हैं। संघ के लिए सब कुछ छोड़ दिया है।
उन्होंने एक छात्रा के सवाल पर कहा कि देश और धर्म अलग नहीं हैं। धर्म के आधार पर अनेक रास्ते बनते हैं। धर्म का लक्ष्य सत्य को पाना है। देश और धर्म एक ही है। जबसे दुनिया बनी है, तब से सनातन धर्म चलता आ रहा है।
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