देश भर में वैशाख पूर्णिमा की धूम, सारनाथ में श्रद्धालुओं ने पवित्र अस्थि अवशेष के किए दर्शन

Last Updated 23 May 2024 03:51:55 PM IST

देश भर में गुरुवार को हर तरफ वैशाख पूर्णिमा की धूम है। इस मौके पर लोग गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।


अलग-अलग शहरों में गंगा स्नान करने के लिए सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।

इसी कड़ी में गुरुवार को भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली वाराणसी के सारनाथ में बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के परिसर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष रखे गए पवित्र अस्थि अवशेष के दर्शन किए। भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थि अवशेष के दर्शन साल में दो बार किए जा सकते हैं।

बैसाख पूर्णिमा और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आम श्रद्धालु बुद्ध की पवित्र अस्थि अवशेष के दर्शन करते हैं। इस अवसर पर सारनाथ में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं।

वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर ही भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बौद्ध धर्म में वैशाख पूर्णिमा का अत्यधिक महत्व है। इस अवसर पर मंदिर परिसर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।

स्कूली बच्चों ने धर्म चक्र रैली निकालकर भगवान बुद्ध के उपदेशों को आत्मसात करने का आह्वान किया। महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के भिक्षुक जिनानंद ने बताया कि आज का दिन काफी अच्छा है। इस दिन देश-विदेश से काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थि के अवशेष के दर्शन करने आते हैं। इस अवसर पर उन्हें प्रसाद देने के साथ-साथ अस्थि अवशेष के दर्शन कराए जाते हैं।

बिहार के मुंगेर में बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए घाटों पर उमड़े लोग

बिहार के मुंगेर जिले में गुरुवार को वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा के दिन विभिन्न गंगा घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।  

शहर के कष्टहरणी घाट, सोझी घाट, लाल दरवाजा घाट, शंकरपुर घाट, श्यामपुर घाट, महुली घाट, टीकारामपुर घाट, घोरघट घाट, बरियारपुर घाट, नौवागढ़ी घाट, मनियारचक घाट, तारापुर दियारा पंचायत घाट सहित विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालु सुबह से ही गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। इस कारण सभी घाटों पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।

जिला प्रशासन ने गंगा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को परेशानी से बचाने के लिए और किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।

सदर अनुमंडल पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि सभी गंगा घाटों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी गंगा घाटों पर दो-दो गोताखोर भी तैनात किए गए हैं, जो किसी भी दुर्घटना को रोकने में सक्षम है। आज गंगा स्नान से तन, मन और विचारों की शुद्धि होती है। पापों का नाश होता है।

बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के महत्व के बारे में मुंगेर जिले के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री ने बताया कि बुद्ध जन्मोत्सव वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से विशेष लाभ मिलता है। आज के दिन स्नान कर पूजा-पाठ करने से पापों का नाश होता है। पारिवारिक क्लेश खत्म होता है। तन की शुद्धि, मन की शुद्धि एवं विचारों की शुद्धि होती है, इसलिए, आज अवश्य गंगा स्नान कर पूजा-पाठ एवं दान करना चाहिए।

साथ ही, उन्होंने कहा कि गंगा स्नान कर अपने पितरों के लिए तर्पण भी आज किया जा सकता है। इससे आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है।

आईएएनएस
वाराणसी/मुंगेर


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