पिता परचून की दुकान चलाते हैं,बेटी बनेगी साफ्टवेयर इंजीनियर
आईसीएसई यानी इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद बच्चों के चेहरे खिल उठे। इस बार लड़कियों ने बाजी मारी है। गाजियाबाद की एक साधारण परिवार की रहने वाली नेहल जैन ने विशेष उपलब्धि हासिल की है।
![]() nehal jain |
जब दिल में लगन हो ,कुछ कर गुजरने की क्षमता हो ,तो कुछ भी हासिल करना मुश्किल नहीं होता है। ऐसे ही मजबूत इरादों वाली लड़की है नेहल जैन। गाजियाबाद की संजय नगर सेक्टर 23 कालोनी की रहने वाली नेहल ने बगैर किसी कोचिंग, बगैर किसी ट्यूशन के आईसीएसई बोर्ड की इंटरमीडियट की परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपना,अपने परिवार और अपने टीचरों का नाम रोशन किया है।
नेहल की माता मीनू जैन और पिता अतुल जैन को अपने बेटी की उपलब्धि पर गर्व की अनुभूति हो रही है। गाजियाबाद की सेंट पॉल एकेडमी में पढ़ने वाली नेहल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है। नेहल को पढ़ाई के अलावा स्केचिंग और डांसिंग का भी शौक है। वो प्रतिदिन सात से आठ घंटे की पढ़ाई करती है। मजेदार बात यह है कि नेहल के पिता न तो इंजीनियर है और ना ही डॉक्टर ,बल्कि कोई सरकारी या प्राइवेट नौकरी भी नहीं करते।
वह एक छोटी सी परचून की दूकान चलाते हैं, जबकि नेहल की माता गृहणी हैं, लेकिन दोनों मिलकर अपनी बेटी की हमेशा हौसला आफजाई करते रहते हैं। नेहल को हमेशा मोटिवेट करते रहते हैं। उसी का नतीजा है कि आज नेहल ने सबको गौरवान्वित होने मौक़ा दे दिया है।
पिता परचून की दुकान चलाते हैं,बेटी बनेगी साफ्टवेयर इंजीनियर
| Tweet![]() |