गुजरात के जेल में बंद माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद की 1.28 अरब की संपत्ति कुर्क
गुजरात के जेल में बंद माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद तथा उसके रिश्तेदारों की एक अरब, 28 करोड़ की बेनामी संपत्तियों को पुलिस ने बुधवार को कुर्क कर लिया।
![]() माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद (फाइल फोटो) |
अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर मुकदमे के तहत यह कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि अतीक अहमद ने अपराध से अर्जित धन से इन संपत्तियों को खरीदा था। माना जा रहा है कि अतीक के खिलाफ ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
जेल में बंद माफिया अतीक की काफी समय से बेनामी संपत्तियों को कुर्क किया जा रहा है। कुछ दिन पहले धूमनगंज पुलिस को जानकारी मिली कि अतीक अहमद की झूंसी स्थित हवेलिया में भी कई एकड़ जमीन है। इस जमीन को उसने खुद और अपने कुछ रिश्तेदार के नाम करवाया है।
राजस्व टीम के साथ पुलिस ने इसके बारे में पता लगाया तो सूचना सही पाई गई। पुलिस उसकी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेज कर जमीन कुर्क करने की अनुमति मांगी। दो दिन पहले डीएम ने जमीन को कुर्क करने का आदेश दे दिया।
बुधवार को माफिया अतीक अहमद की संपत्ति कुर्क करने के लिए कई थानों की फोर्स व पीएसी के साथ धूूमनगंज पुलिस झूंसी इलाके के हवेलिया पहुंची। वहां डुगडुगी पिटवा कर कुर्की की मुनादी करवाई की। जमीन कुर्क करते हुए कुर्की संबंधित बोर्ड लगवाया गया।
मामले में इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्या ने बताया कि कुर्क की गई जमीन की कीमत एक अरब 28 करोड़ रुपये है। इस जमीन पर कुछ लोगों द्वारा चोरी-छिपे प्लाटिंग भी किया जा रहा था।
माफिया अतीक अहमद की 500 करोड़ से अधिक बेनामी संपत्तियों को कुर्क किया जा चुका है। यह सभी कार्रवाई गैंगस्टर के तहत दर्ज मुकदमे के आधार पर की गई थी। माफिया अतीक अहमद के खिलाफ 96 संगीन मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
धूमनगंज पुलिस ने उस पर गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक अहमद गैंग पर 7 अरब 61 करोड़ की कार्रवाई की। गैंगस्टर एक्ट में 2 अरब 80 करोड़ रुपये की सम्पति पर कार्रवाई की गयी है। अब तक अतीक गैंग पर 10 अरब 41 करोड़ 57 लाख रुपये की सम्पत्तियों कर पर कार्रवाई की जा चुकी है।
62 माफिया की 2524 करोड़ की संपत्तियों पर हुआ एक्शन
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के माफिया के आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए एंटी माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था जिसने अब तक शासन स्तर पर चिन्हित 62 माफिया की 2524 करोड़ रुपये की संपत्तियों का जब्तीकरण, ध्वस्तीकरण और अवैध कब्जे से मुक्त कराया है।
इस दौरान माफिया और उनके नौ सहयोगियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया जबकि 21 मुकदमों में 12 माफिया और उनके 29 सहयोगियों को अदालत से दोषसिद्ध कराने में सफलता मिली है। इनमें से दो को फांसी जबकि बाकियों को आजीवान कारावास इत्यादि से दंडित कराया गया है। डीजीपी डीएस चौहान खुद माफिया के खिलाफ हो रही कार्रवाई की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।
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