बरसात की बूंद-बूंद संजोने की सरकार कर रही तैयारी
भूगर्भ जल संरक्षण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे यूपी में राज्य सरकार ने बरसात की बूंद-बूंद संजोने की बड़ी तैयारी की है। भूगर्भ जल विभाग के प्रयासों से प्रदेश भर में 25159 सरकारी भवनों पर वर्षा जल संचयन के प्लांट लगाए जा चुके हैं।
![]() उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ |
जबकि एक महीने में मेरठ, बरेली, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर और झांसी मण्डलों में 1467 रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (आर.टी.आर.डब्लू.एच) लगाने का काम पूरा किया गया है।
राज्य के सभी शासकीय, अर्धशासकीय भवनों, स्कूल, कॉलेजों, अस्पताल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर रूफ टॉफ रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का काम गति पकड़ रहा है। यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में प्रदेश के सरकारी भवनों पर जल संचयन का काम मानूसन आने से पहले पूरा किया गया है। विभाग ने अभियान को तेजी से पूरा करने के लिए एक हफ्ते में करीब 586 स्थानों पर वर्षा जल संचयन के संयंत्रों को स्थापित करने की उपलब्धि हासिल की है। सरकार के प्रयासों का असर है कि बारिश की बूंद-बूंद इस बरसात धरती में समाएगी और भूजल को संजोने का अभियान आगे बढ़ेगा।
सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर और उच्च शिक्षण संस्थान के 13620 भवनों में, पंचायत भवनों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में 5131 रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गये।
मण्डलों में एक माह के अंदर सरकारी भवनों पर लगे आर.टी.आर.डब्लू.एच मेरठ 325, बरेली में 152, लखनऊ में 199, प्रयागराज में 668, झांसी में 123।
मण्डलों में आज तक सरकारी भवनों पर लगाए गये आर.टी.आर.डब्लू.एच मेरठ 8381, बरेली 5387, लखनऊ 4597, प्रयागराज 4454, गोरखपुर 822, झांसी 1518।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि हम घर-घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के साथ ही जल के भण्डार को भी बढ़ाने की दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। प्रदेश भर में रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। सरकारी इमारतों के साथ ही निजि क्षेत्र की बड़ी इमारतों में भी रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। आने वाले समय में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
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