राजनीतिक गलियारों में कयास: शिवपाल यादव को राज्यसभा भेज सकती है BJP, सीएम योगी से मुलाकात के बाद बढ़ी हलचल

Last Updated 31 Mar 2022 04:16:09 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिवपाल सिंह यादव की मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन में तनाव की खबरों के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि कथित तौर पर नाराज शिवपाल भाजपा में शामिल हो सकते हैं।


विपक्षी गठबंधन के एक प्रमुख नेता ओम प्रकाश राजभर ने हालांकि, इस मुद्दे को तूल नहीं देने की कोशिश करते हुए कहा कि उनके परिवार के भीतर "कुछ मुद्दे" हैं और वह सभी प्रयास कर रहे थे कि सभी एक साथ रहें।

खबरों से पता चलता है कि 26 मार्च को नवनिर्वाचित सपा विधायकों की बैठक में शिवपाल यादव को आमंत्रित नहीं किए जाने के बाद से शिवपाल यादव और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच दूरियां बढ़ रही हैं।

शिवपाल यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख हैं, लेकिन उन्होंने सपा के साइकिल चिह्न पर हाल ही में संपन्न विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वह सोमवार को अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और एक विधायक के रूप में शपथ लेने में "देरी" की थी। नई विधानसभा में ऐसी अटकले लगायी जा रही हैं कि "चाचा-भतीजा" के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।

शिवपाल यादव के अलावा, अपना दल (के) की गठबंधन की एक अन्य प्रमुख नेता पल्लवी पटेल, जिन्होंने सिराथू सीट से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराया था, 28 मार्च को सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन सहयोगियों की बैठक में शामिल नहीं हुई थीं।

शिवपाल यादव अगर पाला बदलते है तो कई लोगों को आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि कई मौकों पर अखिलेश ने खुद अपने चाचा पर आदित्यनाथ के संपर्क में रहने और भगवा पार्टी के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया है।

राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा शिवपाल को राज्यसभा भेज सकती है और जसवंतनगर सीट उनके बेटे आदित्य यादव को दे सकती है। अखिलेश ने विधानसभा चुनाव में आदित्य यादव को टिकट देने से इनकार कर दिया था।

अप्रैल-जुलाई के बीच उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की ग्यारह सीटें खाली हो रही हैं।

शिवपाल यादव खुद इन मुद्दों पर ज्यादा नहीं बोल रहे हैं। बुधवार को उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा था कि वह सही समय पर सब कुछ बता देंगे।

लेकिन, राजभर अभी भी आशान्वित हैं कि चीजें सुलझ जाएंगी और शिवपाल के अलग होने की अटकलें गलत साबित होंगी।

राजभर, जो उत्तर प्रदेश में विपक्षी समूह के एक घटक, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख हैं, ने गुरूवार को कहा कि वह परिवार में मतभेदों को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

राजभर ने न्यूज एजेंसी से कहा, ''यह परिवार की बात है, हम परिवार के भीतर कलह में कितना कुछ कर सकते हैं। लेकिन मेरी कोशिश रही है कि सभी एक साथ रहें और एक साथ काम करें।''

भाषा
लखनऊ


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