NEET परीक्षा की टॉपर को सीएम योगी ने किया सम्मानित, आकांक्षा की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगी सरकार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 17 वर्षीय आकांक्षा सिंह को सम्मानित किया, जिन्होंने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट (नीट-यूजी) परीक्षा 2020 में 720 अंक प्राप्त करके इतिहास रचा है।
![]() NEET परीक्षा की टॉपर आकांक्षा सिंह को योगी ने किया सम्मानित |
नीट (नेशनल एलीजीबिलिटी इंट्रेंस एक्जामिनेशन-2020) में शत प्रतिशत अंक पाकर टॉप करने वाली कुशीनगर (अभिनायकपुर) की कुमारी आकांक्षा सिंह को बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया। यहां अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षा की एमबीबीएस (यूजी) की पढ़ाई का पूरा खर्चा (प्रवेश, हॉस्टल, मेस आदि) राज्य सरकार उठाएगी। भविष्य में कोई दिक्कत न हो इसके लिए पूरी रकम एक मुश्त दी जाएगी।
योगी ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों खास कर बालिकाओं के लिए आकांक्षा रोल मॉडल हैं। लोग उनसे प्रेरणा लें इसके लिए उनके गांव को जोड़ने वाली सड़क का नामकर उनके नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अति पिछड़े जिले से होने के बावजूद आकांक्षा ने सफलता का जो कीर्तिमान रचा है वह उनकी मेहनत, लगन, जज्बे और जुनून का सबूत है। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों खासकर बच्चियों के लिए प्रेरक भी। नवरात्र में सरकार ने बहू-बेटियों के सम्मान, शक्तिकरण और स्वावलंबन के लिए जो कदम उठाया है उसके लिए भी आकांक्षा खुद में रोल मॉडल हैं। इस सफलता को लिए पूरे परिवार को मेरी शुभकामनाएं। मुझे पूरा भरोसा है कि आकांक्षा सफलता के इस सिलसिले को जारी रखेंगी। सरकार आकांक्षा को संयुक्त टॉपर घोषित करने के लिए नीट को पत्र भी लिखेगी।
मालूम हो कि कम उम्र के नाते परीक्षा में पूरा अंक हासिल करने के बाद उनको दूसरा रैंक मिला है।
मुख्यमंत्री योगी को आकांक्षा के पिता राजेंद्र राव ने बताया कि वह एअरफोर्स से सेवानिवृत्त हैं, पर हाल ही में उनको प्रदेश सरकार में शिक्षक की नौकरी भी मिल गयी। इस पर मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि बिटिया का सलेक्सन, पत्नी (रूचि सिंह) भी शिक्षक, आपकी तो लॉटरी ही लग गई। पति पत्नी दोनों लोग पूरे मनोयोग से पढ़ाएं। पूर्व एयरफोर्स कर्मी होने के नाते मैं चाहूंगा कि आप पूर्वांचल के बच्चों को सेना में जाने के लिए भी प्रेरित करें।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आकांक्षा और उनके छोटे भाई अमृतांश को टैबलेट, माता-पिता को शॉल देकर सम्मानित किया।
आदित्यनाथ ने कहा कि आकांशा, जिन्होंने 100 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और देश में दूसरे स्थान पर रहीं, ने राज्य को गौरवान्वित किया है। उन्होंने उनसे अपने सपनों को पूरा करने और निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कहा।
आकांक्षा के पिता राजेंद्र कुमार राव, भारतीय वायु सेना में एक सार्जन्ट थे, उन्होंने 2017 में समय से पहले रिटायरमेंट ले लिया ताकि नीट की तैयारी के दौरान आकांक्षा को सपोर्ट कर सकें। उनकी मां रुचि सिंह कुशीनगर के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं।
| Tweet![]() |