रोजगार संकट और निजीकरण समेत कई मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी की यूथ ब्रिगेड ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया।
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इस दौरान सपाइयों ने अलग-अलग जिला मुख्यालयों पर हल्ला बोला और सरकार से रोजगार देने की मांग की। कई जगह सपा कार्यकतार्ओं और पुलिस के बीच टकराव भी देखने को मिला, जिसके बाद कई जगह सपा कार्यकर्ता धरने पर भी बैठ गए। भीड़ हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। प्रयागराज में प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान सपा कार्यकतार्ओं और पुलिस में जमकर झड़प हुई। जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर कई कार्यकतार्ओं को हिरासत में लिया। गाजीपुर में भी विभिन्न मुद्दों को लेकर सपा के कार्यकतार्ओं की पुलिस से झड़प हो गई। जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे सपाइयों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
वाराणसी में प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकतार्ओं पर लाठी चार्ज किया गया। सोमवार को सुबह से ही वाराणसी जिला मुख्यालय पर सपा कार्यकतार्ओं का प्रदेश में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी सहित कई मामलों को लेकर प्रदर्शन चल रहा था। इस दौरान जिला प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते नारे गूंजने लगे और नारेबाजी के बीच मौके पर मौजूद कार्यकतार्ओं की पुलिस से बहस शुरू हो गई तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
इस दौरान हाथों में पोस्टर बैनर लेकर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। नारेबाजी के दौरान पुलिस के साथ झड़प शुरू हुई तो पहले से ही तैयार पुलिस कर्मियों ने सपाइयों पर लाठी चार्ज कर दिया। इस दौरान कई सपा कार्यकर्ता चोटिल भी हो गए।
मौजूद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मोदी-योगी राज में किसान परेशान हैं। शिक्षा महंगी हो गई है। बेरोजगारी बढ़ गई है। आरक्षण को खत्म किया जा रहा है। निजीकरण से रोजगारों की संख्या में कमी आ रही है और योगी सरकार में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है।
सभी ने एक स्वर में युवाओं को रोजगार की मांग उठाई। इन मुद्दों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।
ज्ञात हो कि सपा मुखिया अखिलेश यादव रोजगार, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार को निशाने पर लेते रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को लेकर सपाई सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे, और 'जुमलेबाजी बंद करो', 'युवाओं को रोजगार दो' के बैनर लिए हुए थे।
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