फोन टैपिंग मामले में मायावती का सीएम गहलोत पर निशाना, बोलीं- राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए

Last Updated 18 Jul 2020 01:48:04 PM IST

राजस्थान में मचे राजनीतिक घमासान के बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर असंवैधानिक काम करने का आरोप लगाते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।


मायावती ने शनिवार को एक ट्वीट श्रृंखला में कहा कि श्री गहलोत ने फोन टेप करा कर असंवैधानिक काम किया है। इससे पहले भी उन्होंने बसपा के विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा कर असंवैधानिक कृत्य किया था।

बसपा नेता ने कहा , “जैसाकि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी और असंवैधानिक काम किया है।”



मायावती ने राजस्थान के घटनाक्रम पर राज्यपाल के हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा , “इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक और सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए , ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा नहीं हो।”

भाजपा ने फोन टैपिंग की उठाई सीबीआई जांच की मांग

राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच नेताओं का फोन टैप किए जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग उठाई है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस और राजस्थान की गहलोत सरकार से फोन टैपिंग प्रकरण पर जवाब मांगा। उन्होंने पूछा कि क्या नेताओं का फोन टैप करने के लिए प्रक्रियाओं का पालन किया गया?

उन्होंने कहा, भाजपा इस पूरे प्रकरण का सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती है। क्या एसओपी फॉलो हुआ, फोन टेपिंग इत्यादि किया गया? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है?इसको लेकर सीबीआई से जांच हो।
 

वार्ता/आईएएनएस
लखनऊ


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