लखनऊ में गिरफ्तार कुछ लोग बांग्लादेशी हो सकते हैं :पुलिस महानिदेशक
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरूवार को हुई व्यापक हिंसा में आज और कल देर रात गिरफ्तार किये गये कुछ लोग बांग्लादेशी घुसपैठिये हो सकते हैं।
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पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि गिरफ्तार कुछ लोग हिंदी नहीं बोल पा रहे थे और सवालों का जवाब बांगला में दे रहे थे । उन्होंने कहा कि उनके फोन जब्त कर लिये गये हैं जिसकी जांच की जा रही है । इससे पता लगाने में मदद मिलेगी कि उनके और किस किस के साथ कनेक्शन हैं । उनके खिलाफ और भी सबूत मिले हैं।
उन्होंने कहा कि बाराबंकी और बहराइच में भी उपद्रव कर रहे कुछ बंगला बोलने वाले लोगों को पकड़ा गया है । उन सभी से पूछताछ की जा रही है कि वो कहां से आये और ¨हसा में कैसे शामिल हो गये ।
उन्होंने कहा कि गुरूवार की हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 300 नजरबंद किये गये हैं ।
इसबीच जांच में आज पुलिस को एक गुलाबी रंग का पर्चा मिला जिसमें नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ भ्रामक और भड़काऊ बाते लिखी गई थी।
यह माना जा रहा है कि इस पर्चे के कारण ही हिंसा भड़की और विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस और मीडिया को अपना निशाना बनाया ।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पर्चा छपवाने और इसे बांटने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी ।
इसबीच मुस्लिम धर्म गुरूओं की अपील और चुस्त पुलिस बंदोबस्त के कारण जुमे की नमाज शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गई । पुराने लखनऊ के हिंसा वाले इलाके में आज भी दुकानें बंद हैं ।
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