बसपा संसदीय दल ने राष्ट्रपति से मांगा मिलने का समय: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश में हो रही हिसंक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि बसपा संसदीय दल ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है ताकि उन्हें वस्तु स्थित से अवगत कराया जा सके।
![]() बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती |
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष सुश्री मायावती ने मंगलवार को यहां जारी बयान में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जो पूरे देश में जबरदस्त हिंसक घटनायें हो रही हैं। पूरे देश के कई शिक्षण संस्थान भी इसके चपेट में आ गये हैं। उन्होंने कहा कि वस्तु स्थित से अवगत कराने के लिये बसपा संसदीय दल ने राष्ट्रपति मिलने का समय मांगा हुआ है। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में भी बसपा महिला उत्पीड़न व खराब कानून व्यवस्था के साथ साथ इस कानून के विरोध में भी अपनी खुलकर आवाज उठायेगी।
उन्होंने कहा ‘‘मैं केन्द्र सरकार से यह भी मांग करती हूँ कि वे इस विभाजनकारी व असंवैधानिक नागरिकता संशोधन कानून को वापिस ले ले। यह देश व संविधान के हित में सही होगा। आगे चलकर काफी दुष्परिणाम भी आ सकते हैं और हो सकता है कि अगले लोकसभा आमचुनाव में इनकी भी हालत कहीं 1977 की तरह कांग्रेस की तरह अत्यन्त बुरी ना हो जाये।’’
सुश्री मायावती ने कहा कि सरकार अपने स्वार्थ में देश के संविधान को भी ताक पर रखकर किसी एक समुदाय व धर्म के लोगों की उपेक्षा कर रही है। नये बने कानून में मुस्लिम समाज की पूरे तौर से उपेक्षा की गई है जिससे हमारी पार्टी कतई भी सहमत नहीं हैं।
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