पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का रास्ता लखनऊ होकर जाता है : शाह
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परिश्रमी और निष्ठावान बताते हुये कहा कि देश को पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह |
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां 65 हजार करोड़ रूपये की 250 परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी के मौके पर कहा कि संसाधनों से भरपूर यह राज्य विकास के पथ पर है जो देश को पांच ट्रिलियन डालर की इकोनामी बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को पूरा करने में मदद करेगा।
उन्होने कहा कि 2017 से पहले सूबे का प्रशासन राजनेताओं को खुश करने का काम करता था। सही मायनों मे प्रशासन का राजनीतिकरण हो चुका था लेकिन योगी सरकार के आने के बाद प्रशासन को राजनेताओं की बजाय जनता की सुधि लेने पर जोर दिया गया और इसी मूलभूत परिवर्तन ने प्रदेश के विकास की नींव रखी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों के कार्यकाल में उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश से कतराते थे। योगी सरकार ने निवेश के जरूरी कानून व्यवस्था की बेहतरी के लिये काम किया और मा दो साल के भीतर इस दिशा में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। सरकार के दृढ़ इरादों को देख कर उन्हे लगता है कि अगले पांच साल में इंफ्रास्ट्रचर के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश में अव्वल स्थान हासिल करेगा।
श्री शाह ने कहा कि योगी सरकार ने परियोजनाओं को धरातल में उतारने का काम किया है। निवेशकों का आवाहन करते हुये उन्होने कहा कि जिन्होने उत्तर प्रदेश में निवेश किया है अथवा यहां निवेश करने का मन बना रहे है, उनको वह भरोसा दिलाना चाहते है कि समय के साथ यह सरकार उनके मापदंड पर खरा उतरेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुली आखों से सपने देखने वाला व्यक्तित्व बताते हुये श्री शाह ने कहा कि पांच ट्रिलियन की इकोनामी बनाने का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में देश ने 2014 में ही कदम बढा दिये थे। वर्ष 2014 से 2019 के बीच इसकी नींव रखने का काम पूरा हो चुका था।
उन्होने कहा कि वर्ष 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में देश का अर्थतां दुनिया में 11वें स्थान पर था जो दस सालों के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान 11वे नंबर पर ही टिका रहा। वर्ष 2014 से 2019 के बीच देश की अर्थव्यवस्था ने लंबी छलांग लगायी और मा पांच सालों में यह छठे स्थान पर पहुंच गया। अब दुनिया में अव्वल तीन देशों की कतार में खडे होने की दिशा में भाजपा सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है।
श्री शाह ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता का विश्वास जीतने में सफल रहे हैं। वर्ष 2017 में जब श्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश का दायित्व सौपने का फैसला किया गया तो लोगों के बीच तरह तरह सवाल कौंध रहे थे कि संत योगी तो मठाधीश है, उनको तो नगर निगम चलाने का भी अनुभव नहीं है। कोई प्रशासनिक अनुभव भी नहीं है। वह कभी मंत्री तक नहीं रहे है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनका मानना था कि परिश्रम और निष्ठा से परिस्थितियों को अनुकूल बनाया जा सकता है और श्री योगी उनके विास पर खरे उतरे हैं।
श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विकास सिर्फ इस राज्य का ही नहीं केन्द्र का भी विकास है। इसलिये उत्तर प्रदेश में सुधार जरूरी है। उन्हे विास है कि अगले पांच सालों में इस राज्य में सूबा शिक्षा,स्वास्थ्य,व्यापार समेत अन्य क्षेत्रों में चमात्कारिक परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
उन्होने कहा कि योगी सरकार के साथ केन्द्र भी प्रदेश के विकास के लिये कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि फरवरी 2018 में जब यहां चार लाख 68 हजार करोड़ रुपये के निवेश के लगभग 1000 सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुये थे, तब किसी को उम्मीद नहीं थी कि एक साल के भीतर इतने सहमति पा (एमओयू) धरातल में देखने को मिलेंगे। मा एक साल के भीतर दूसरी ग्राउंड सेरमनी में 250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ। इतने कम समय पर 25 प्रतिशत से ज्यादा एमओयू को जमीन पर उतारने के लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को बधाई देते हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार सत्ता में आयी थी तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था ‘‘पिछली सरकारों ने सरकार चलाने के लिये सरकारें चलायी है लेकिन हम देश बदलने के लिये सरकार चलायेंगे।’’ सर्वसमाजी और सर्वस्पर्शी का विकास माडल उन्होने देश के सामने प्रस्तुत किया जिसके सुखद परिणाम भी सामने आये हैं।
उन्होने कहा कि श्री मोदी ने इज आफ डूइंग बिजनेस पर काफी जोर दिया जिसकी बदौलत विश्व बैंक की सूची में भारत 142वें स्थान से खिसक कर 77वें स्थान पर आ गया जबकि इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में 99वें स्थान से 26वे पर पहुंच गया।
श्री शाह ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म, जीएसटी देश में सुचारु रूप से चल रहा है। जब जीएसटी विधेयक लाया गया तो विपक्ष के साथ साथ पूरी दुनिया में सवाल उठ रहे थे कि भारत जैसे देश में यह सफल कैसे हो पाएगा। आज देश में जीएसटी पूरी सफलता के साथ लागू हो चुका है बल्कि देश में आयकर भरने वालों की संख्या तीन करोड़ 80 लाख से बढकर छह करोड़ 70 लाख हो गयी है। वर्ष 2014 में देश में कृषि विकास दर माइनस शून्य दशमलव दो प्रतिशत थी जो 2016-17 में बढ कर 6.7 फीसदी पहुंच गयी है।
इससे पहले इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में दीप प्रज्जवलन करने के बाद श्री शाह को गणपति का प्रतिमा भेंट की गयी। बाद में फिक्की के चेयरमैन संदीप सोमानी, उद्योगपति अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी, मेदांता ग्रुप के चेयरमैन डा नरेशोहन, पेप्सिको इंडिया के अध्यक्ष अहमद अल शेख, टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन, सैमसंग इंडिया के चेयरमैन एच सी हांग और टोरेंट ग्रुप के चेयरमैन सुधीर मेहता ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश को निवेश का सर्वश्रेष्ठ केन्द्र करार दिया।
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