अयोध्या: मोदी का मंच से 'जय श्री राम' पर मंदिर का जिक्र नहीं
प्रधानमंत्री बनने के बाद आज पहली बार अयोध्या पहुंचे नरेंद्र मोदी ने मंच से जय श्रीराम का उद्घोष तो किया लेकिन राम मंदिर का जिक्र करने से परहेज किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
उन्होंने अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी से 25 किलोमीटर दूर गोसाईंनगर के मया ब्लॉक के समंथा गांव के पास विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुये कहा कि ये मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की भूमि है। ये स्वाभिमान की धरती है। यही स्वाभिमान पिछले पांच साल की सरकार में दिखा है।
मोदी ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर का नाम जिस शहर से जुड़ा है मैं वहां आकर धन्य महसूस कर रहा हूं। आपका प्यार मेरी पूंजी है। आप इतना प्यार दिखाते हैं, उधर सपा-बसपा वालों का बीपी बढ़ जाता है।
मोदी ने सपा-बसपा गठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बहिनजी ने बाबा साहेब के नाम का उपयोग तो किया लेकिन काम उनके आदर्शों के विपरीत किया। सपा ने भी लोहिया जी के नाम का उपयोग किया लेकिन सब तहस-नहस कर दिया। इनको गरीबों और श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा मजबूत भारत के निर्माण के बीच सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस। इनकी सच्चाई जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज मैं इन लोगों से कुछ सवाल करना चाहता हूं। क्या समाजवाद की बातें, लोहिया जी की बातें करने वालों को श्रमिकों की, गरीबों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी। क्या बाबा साहेब की बातें करने वालों को श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा पिछले 60-70 सालों से हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा उछालने वाली कांग्रेस को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी कि नहीं।
उन्होंने कहा कि पहली बार हुआ है जब किसी सरकार ने गरीबों और श्रमिकों के बारे में सोचा है। हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिक भाई-बहनों की इन पार्टियों ने कभी परवाह ही नहीं की। श्रमिकों और गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा और कांग्रेस ने हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिक भाई-बहिनों की कभी परवाह ही नहीं की। श्रमिकों और गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।
उन्होंने कहा कि देश का स्वाभिमान पिछले पांच साल में बढ़ा है। हम 130 करोड़ लोगों की भुजाओं को साथ लेकर चले हैं। अब इन्ही भुजाओं के सामर्थ्य पर हम नए भारत का सपना साकार करने की तरफ बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले अयोध्या-फैजाबाद में धमाके हुए थे, हम उस दिन को कैसे भूल सकते हैं। मोदी छेड़ता नहीं है, लेकिन छेड़ने वाले को छोड़ता भी नहीं है। आतंकी कमजोर सरकार के इंतजार करते हैं। पिछली सरकार वोट के लिए आतंकियों को छोड़ देती थी।
उन्होंने कहा कि सदियों से योग हमारी संस्कृति का हिस्सा है, लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, यह काम हमारी सरकार ने किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ पिछले हजारों सालों से होता रहा है, लेकिन जो भव्यता प्रयागराज में इस बार दिखी वो अभूतपूर्व है। अयोध्या में दीप तो हजारों सालों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है, देश का गौरव बढ़ता है।
मोदी ने कहा कि जब कोरिया की फर्स्ट लेडी अयोध्या में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर आती हैं, तो इसकी चर्चा हर तरफ होती है। जब आसियान समिट के दौरान, वहां से आए कलाकार अपने-अपने देशों में प्रचलित रामायण के अंश प्रस्तुत करते हैं, तो उस पर सबकी नजर जाती है।
उन्होंने कहा कि अपनी इस अनमोल धरोहर को पहचानने के लिए संवेदनशीलता की जरूरत होती है। हमने इसे आस्था से ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से जोड़ा है।
देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक बहुत व्यापक कार्यक्रम चल रहा है। इसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किट पर काम चल रहा है।
रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, जहां-जहां भी प्रभु राम के निशान हैं, उन सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है।
भाषण के अंत में उन्होंने जय श्रीराम का नारा भी लगाया।
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