मायावती ने कहा कांग्रेस सभी 80 सीटों पर लडे चुनाव, अखिलेश ने सुर में सुर मिलाया
बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस पर बयान जारी कर हमला बोला है।
बसपा अध्यक्ष मायावती (फाइल फोटो) |
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन के लिये सात सीटें छोड़ने के एलान पर बसपा अध्यक्ष मायावती के बाद अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश ने सोमवार को ट्वीट कर कांग्रेस पर भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा,‘‘उत्तर प्रदेश में एसपी, बीएसपी और आरएलडी का गठबंधन भाजपा को हराने में सक्षम है। कांग्रेस पार्टी किसी तरह का कन्फ्यूजन ना पैदा करे!‘‘
उत्तर प्रदेश में एस॰पी॰, बी॰एस॰पी॰ और आर॰एल॰डी॰ का गठबंधन भाजपा को हराने में सक्षम है। कांग्रेस पार्टी किसी तरह का कन्फ़्यूज़न ना पैदा करे! https://t.co/ekKcIlbc50
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 18, 2019
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस द्वारा सपा बसपा रालोद गठबंधन के लिये सात सीटें छोड़े जाने पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायवाती ने करारा जवाब देते हुये कहा कि कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु सात सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये, वह प्रदेश की पूरी अस्सी सीटों पर लड़ने के लिये स्वतंत्र है।
बसपा सुप्रीमो ने सोमवार को एक टिवट में कहा कि ‘‘बीएसपी एक बार फिर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल या गठबंधन आदि बिल्कुल नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आये दिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें।‘‘
कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहाँ की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े आर्थात हमारा यहाँ बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये।
— Mayawati (@Mayawati) March 18, 2019
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष राजबबर ने रविवार को ऐलान किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के लिए सात सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
राज बब्बर ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया था कि सपा-बसपा-रालोद के लिए सात सीटें हम छोड रहे हैं। इनमें मैनपुरी, कन्नौज और फिरोजाबाद शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी उन सीटों पर किसी प्रत्याशी को नहीं उतारेगी, जिन पर बसपा सुप्रीमो मायावती, रालोद प्रमुख अजित सिंह और उनके बेटे जयंत के लडने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी सीटें कांग्रेस के लिए छोडी हैं। उसी क्रम में हम गठबंधन के लिए सात सीटें छोड रहे हैं। बब्बर ने बताया कि कांग्रेस ने गोण्डा और पीलीभीत सीटें अपना दल को देना तय किया है।
उन्होंने बताया था कि कांग्रेस ने जन अधिकार पार्टी के साथ चुनावी समझौता किया है। पांच सीटों पर जन अधिकारी पार्टी के प्रत्याशी होंगे जबकि दो सीटों पर जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी कांग्रेस के निशान पर चुनाव लडेंगे।
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