उत्तर प्रदेश के पेट्रोलपम्प एसटीएफ के रडार पर, 13 पम्प हुए सील
इलेक्ट्रानिक डिवाइस के जरिये पेट्रोल की घटतौली करने वाले पेट्रोल पंप डीलरों के खिलाफ उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और तेल कंपनियों का अभियान अनवरत जारी है.
![]() (फाइल फोटो) |
इस सिलसिले में राजधानी लखनऊ में अब तक 13 पेट्रोल पंपों को सील कर दिया गया है जबकि 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उत्तर प्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन बी.एन. शुक्ला के तीन पेट्रोल पंपों में छेड़छाड़ पाये जाने के बाद उन्हें बंद कर दिया गया है. छापे के बाद शुक्ला अपने बेटे के साथ फरार हैं. एसटीएफ, वाट-माप विभाग के कर्मचारियों और तेल कंपनियों के कर्मचारियों ने छापे की कार्रवाई की.
विशेष सूचना के बाद एसटीएफ ने गत शुक्रवार रात से ही शहर में पेट्रोल पंपों की जांच करना शुरू कर दिया था. पेट्रोल पंपों में चिप लगाकर वाहनों में मूल्य के अनुपात से कम तेल भरने की धांधली लम्बे स्तर पर चल रही है. 25 में से 13 पेट्रोल पंपों में जांच के दौरान छेडछाड के सबूत पाये गये.
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आने वाले दिनों में, पंपों के मालिकों पर कार्रवाई की जाएगी. पूरे रैकेट की जांच के लिए निरीक्षक-और उप-निरीक्षक स्तर के अधिकारियों की सात सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया है जो सीधे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की निगरानी में काम करेगी.
पुलिस टीम पिछले शुक्रवार को हिरासत में लिए गये चिप्स सप्लायर राजिंदर की मदद ले रही है कि उसने किन किन पेट्रोल पंपों को चिप बेचा है. एसटीएफ ने अब तक 24 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अधिकांश पेट्रोल पंप के कर्मचारी हैं.
एसटीएफ चोरी के मामले में तेल कंपनियों की मदद लेने के अलावा पेट्रोल पंप मशीन बनाने वाली कंपनी गिलबकरे और मिडको से भी संपर्क मे है जिससे तेल चोरी के नायाब तरीके को ढूढने में मदद मिल सके.
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