अशोक गहलोत का बड़ा आरोप, सचिन पायलट को बताया निकम्मा और नाकारा

Last Updated 20 Jul 2020 04:12:36 PM IST

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि वह सात साल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे लेकिन किसी ने उन्हें हटाने की मांग कभी नहीं की।


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

गहलोत ने कहा कि इतिहास में यह पहला उदाहरण होगा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने के षडयंत्र में शामिल रहा। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘जिस प्रदेशाध्यक्ष पायलट को प्रदेश में इतना सम्मान मिला वह कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार हो गया।’’

उन्होंने कहा कि बहुमत उनके साथ है और सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।

गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हमें पता था कि यहां कुछ नहीं हो रहा है। हम जानते थे कि वह 'निक्कमा' और 'नकारा' है, फिर भी पार्टी हित को देखते हुए हमने कभी सवाल नहीं उठाया।’’

गहलोत ने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में पायलट का सम्मान कैसे करना है, यह उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को सिखाया क्योंकि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष मायने रखता है। उन्होंने कहा कि किसी ने कभी उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोला फिर भी ‘‘वह व्यक्ति कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंकने के लिए तैयार हो जाता है।’’

कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया कि सचिन पायलट ने उसने पार्टी बदलने और भाजपा में जाने की चर्चा की थी और 35 करोड़ रुपये तक की पेशकश की गयी थी। इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ‘‘जिम्मेदारी पायलट साहब की थी ... ऐसे मलिंगा साहब कहीं मिल जाएंगे। अगर आप रिसर्च करेंगे तो आपकी आंखे खुल जाएंगी कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष खुद की पार्टी को डुबोने के लिए सरकार को गिराने के लिए लगा।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘इतिहास में कभी ऐसा नहीं सुना होगा कि पार्टी का (प्रदेश) अध्यक्ष खुद ही अपनी सरकार को गिराने के लिए षडयंत्र करे। ऐसा आज तक मैंने कभी सुना नहीं है।’’

विधानसभा में शक्ति परीक्षण होने के सवाल पर गहलोत ने कहा, ‘‘हमारे पास बहुमत है और हमें कोई दिक्कत ही नहीं है।’’
 

भाषा
जयपुर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment