राजस्थान: शहीद हुए झुंझुनूं के श्योराम के अंतिम संस्कार से पहले घर आई लक्ष्मी
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के टीबा बसई गांव में आज पुलवामा शहीद श्योराम सिराधना के अंतिम संस्कार से पूर्व उनके घर में बेटी का जन्म हुआ।
शहीद के अंतिम संस्कार से पूर्व घर आई लक्ष्मी (फाइल फोटो) |
शहीद श्योराम सिराधना का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव टीबा बसई पहुंचा और उनकी पत्नी सुनिता देवी ने अंतिम दर्शन करने के बाद बेटी को जन्म दिया। चिकित्सकों ने घर पर ही प्रसव कराया। प्रसव के बाद ही शहीद के अंतिम संस्कार की रस्म शुरू हो पाई और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद के चार साल के पुत्र खुशांक ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ऱघु शर्मा और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, विधायक जितेन्द्र सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा और शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद की अंतिम या में शामिल लोगों ने भारत जिन्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, श्योराम अमर रहे आदि नारे लगाये।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वह विधायक कोष से शहीद के नाम मार्ग बनाने के लिए दस लाख रुपए देंगे तथा स्कूल का नाम भी शहीद के नाम किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले सैनिक श्योराम की कश्मीर से सुनिता देवी से फोन पर बात हुई थी, तब उन्होंने पत्नी से कहा था कि वह शीघ्र छुट्टी आ रहे हैं, लेकिन छुट्टी आने से पहले ही उन्होंने सोमवार तड़के आतंकवादियों से लोहा लेते हुए देश के लिये शहादत दे दी।
शहीद श्योराम वर्ष 2000 में सेना में भर्ती हुए थे। शहीद श्योराम तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और उनका भाई रूपचंद भी सेना में हैं।
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