दरगाह में एक लाख नमाजियों ने जुम्मे की नमाज अदा की
राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का अजमेर में चल रहा 805वां सालाना उर्स के पहले जुम्मे की आज करीब एक लाख नमाजियों ने नमाज अदा की.
फाइल फोटो |
दरगाह कमेटी , जिला प्रशासन तथा पुलिस महकमे की ओर से नमाज के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई. आजान और दरगाह के पिछवाड़े पीर साहब की पहाड़ी से दागे गए तोप के गोलों के बाद शहर काजी तौसिफ अहमद चिश्ती ने नमाज अदा कराई. नमाजी सुबह से ही मजार शरीफ के नजदीक से पूरे दरगाह परिसर में सफे बनाकर बैठने शुरू हो गए और कतारें बनती गई.
दरगाह के बेगमी दलान , महफिल खाना, निजाम गेट, बुलंद दरवाजा, नला बाजार, मोती कटला, दरगाह बाजार और दिल्ली गेट के बाहर तक नमाजियो की पंक्तियाँ नजर आई. महिला नमाजियों के लिए दरगाह कमेटी की ओर से झालरा एवं लंगरखाना क्षेा में अलग से व्यवस्थाएं की गई. दरगाह में बने नए महिला कॉरिडोर का भी पहली बार महिला नमाजियों ने इस्तेमाल किया.
शहर में मार्च माह में ही भीषण गर्मी के चलते नमाजी छाया देखकर नमाज अदा करते देखे गए. शहर के घंटाघर मस्जिद , कलक्ट्रेट मस्जिद , आनासागर घाटी चिल्ला , दौलतबाग तथा कायड़ विश्राम स्थली पर भी बड़ी संख्या में नमाजी नमाज अदा करते हुए नजर आए.
नगर निगम ने नमाज को देखते हुए पुख्ता सफाई की व्यवस्था की तथा स्वयं सेवी संगठनों ने नमाजियो के लिए ठंडा जल उपलब्ध कराया.
जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर गौरव गोयल , पुलिस अधीक्षक डॉ.नितिन दीप ने दरगाह के मुख्य दरवाजे से नमाज की व्यवस्थाओं पर नियांण बनाए रखा. दरगाह कमेटी का मौरुसी अमला भी सक्रिय दिखाई दिया.
गौरतलब है कि उर्स के दौरान दूसरा जुम्मा छठी के कुल के बाद सात अप्रैल को भी जुम्मे की नमाज अदा की जाएगी. ख्वाजा साहब के वर्तमान उर्स में यह पहला मौका है जब झंडे की रस्म वाले दिन 24 मार्च को भी जुम्मा पड़ा था.
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