दिल्ली पुलिस ने शिवसेना (उबाठा) को भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच के खिलाफ यहां जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति देने से रविवार को इनकार कर दिया।

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पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान रविवार को दुबई में आमने-सामने होंगे। यह दोनों देशों के बीच मई में हुए सैन्य टकराव के बाद पहला मुकाबला होगा। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में आतंकी ढांचे पर हमले किए थे।
कई विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए इस मैच को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और सीमा पर शहीद हुए भारतीय जवानों का अपमान बताया है।
शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पूरे महाराष्ट्र में ‘सिंदूर’ प्रदर्शन की घोषणा की है।
दिल्ली में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति के लिए प्रस्तावित धरने से एक दिन पहले 13 सितंबर को आवेदन प्राप्त हुआ था।
अधिकारी ने कहा, “मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार, आवेदन कार्यक्रम की तारीख से कम से कम 10 दिन पहले जमा करना अनिवार्य है। चूंकि यह शर्त पूरी नहीं की गई, इसलिए अनुरोध स्वीकार नहीं किया जा सका।”
शिवसेना (उबाठा) नेताओं ने इस फैसले पर निराशा जतायी, लेकिन मुद्दा शांतिपूर्वक उठाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
दिल्ली में शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख मंगत राम मुंडे ने कहा, “हम कानून का सम्मान करते हैं, लेकिन अपनी बात लोकतांत्रिक तरीकों से उठाना जारी रखेंगे।”
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