छावा कार्यकर्ताओं की पिटाई: राकांपा के 11 कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज, पार्टी पदाधिकारी बर्खास्त

Last Updated 22 Jul 2025 09:10:42 AM IST

लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे की एक दिन पहले संवाददाता सम्मेलन के बाद छावा संगठन के कार्यकर्ताओं की पिटाई के सिलसिले में सोमवार को लातूर में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 11 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।


राकांपा कार्यकर्ताओं ने छावा संगठन के कार्यकर्ताओं पर हमला तब किया था, जब कार्यकर्ताओं ने तटकरे से एक वीडियो को लेकर सवाल किया था, जिसमें कथित तौर पर राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को हाल ही में संपन्न राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर रमी खेलते हुए देखा गया था।

छावा संगठन के कार्यकर्ताओं ने संवाददाता सम्मेलन में बाधा डाला और तटकरे के सामने ताश के पत्ते फेंके, जिसके बाद मारपीट की घटना हुई। घटना के वीडियो में राकांपा कार्यकर्ता छावा संगठन के कार्यकर्ताओं को घूंसे मारते और कुर्सियों से मारने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।

विवेकानंद चौक पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि छावा संगठन के नेता विजय घाडगे (जिन्हें बुरी तरह पीटा गया था) की शिकायत के आधार पर 11 राकांपा कार्यकर्ताओं पर भारतीय न्याय संहिता और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गंभीर चोट पहुंचाने, आपराधिक धमकी और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि घाडगे फिलहाल लातूर के एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

घटना को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पवार ने सोमवार को अपनी पार्टी की युवा शाखा के प्रमुख सूरज चव्हाण से अपने पद से इस्तीफा देने को कहा।

पवार ने एक बयान में कहा कि यह सख्त निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि चव्हाण का आचरण पार्टी के मूल्यों के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चव्हाण को मुलाकात के लिए बुलाया था।

पवार ने बयान में कहा कि लातूर में राकांपा और छावा संगठन के पदाधिकारियों के बीच हुई घटना अत्यंत गंभीर, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।

राकांपा प्रमुख ने कहा कि वह किसी भी प्रकार की हिंसा, अभद्र व्यवहार या असंसदीय भाषा के प्रयोग के खिलाफ हैं।

इस बीच, कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) सहित कई राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों ने हमले के खिलाफ सोमवार को लातूर बंद का आह्वान किया और सुबह नौ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर प्रदर्शन किया।

राकांपा (शरदचंद्र पवार) विधायक रोहित पवार द्वारा कोकाटे का वीडियो क्लिप साझा करने के बाद कोकाटे ने स्पष्ट किया कि वह केवल डाउनलोड किए गए एक गेम को हटा रहे थे, जो विधान परिषद में उनके मोबाइल फोन की स्क्रीन पर दिखायी दे रहा था।

रविवार की झड़प के बारे में महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि राजनीति में काम करने वाले लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए।

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि वैचारिक मतभेद तो होने चाहिए, लेकिन स्थिति टकराव तक नहीं पहुंचनी चाहिए। राजनीति और सरकार में काम करने वाले लोग, चाहे वे सांसद हों, विधायक हों या मंत्री, हम सभी को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, बल्कि वैचारिक रूप से लड़ना चाहिए।"

भाषा
मुंबई/लातूर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment