Himachal Cloud Burst: कांगड़ा और कुल्लू में बादल फटने से मची तबाही, 2 लोगों की मौत और कई लापता

Last Updated 26 Jun 2025 11:29:05 AM IST

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ के बाद से लापता 10 लोगों का पता लगाने के लिए तलाश अभियान तेज कर दिया गया है। अधिकारियों ने गुरूवार को यह जानकारी दी।


बुधवार शाम को भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 20 लोगों के बह जाने की आशंका है। हालांकि, कुछ लापता लोगों को बचा लिया गया है।

कांगड़ा जिले के मनुनी खड्ड में इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास एक श्रमिक कॉलोनी में रह रहे लगभग 15-20 श्रमिकों के खनियारा मनुनी खड्ड में जल स्तर बढ़ने के कारण बह जाने की आशंका है। वहां पर अचानक बाढ़ आने से दो लोगों की मौत हो गयी।

कुल्लू जिले के रेहला बिहाल में तीन लोग अपने घरों से कीमती सामान निकालने की कोशिश करते समय बाढ़ में बह गए थे। वे अब भी लापता हैं।

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दो टीम और होमगार्ड की एक टीम को घटनास्थल पर तैनात किया गया है तथा बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को भी बुलाया गया है।

उन्होंने बताया कि जलविद्युत परियोजना स्थल पर छह लोगों के बाढ़ में बह जाने की आशंका है, जबकि एक व्यक्ति को खुद को बचाने के लिए पास की पहाड़ी पर भागते देखा गया था। उन्होंने बताया कि उस व्यक्ति का भी अभी अता-पता नहीं है।

उपायुक्त ने बताया कि बाकी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। उन्होंने कहा कि तलाश और बचाव अभियान प्राथमिकता है।

लापता लोगों में से कुछ हिमाचल प्रदेश के नूरपुर और चंबा इलाकों से हैं तथा कुछ उत्तर प्रदेश से हैं। बाढ़ के दौरान पहाड़ी पर गए व्यक्ति को खोजने के लिए एक टीम भेजी गई है।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मनुनी खड्ड में अचानक जल प्रवाह बढ़ने के कारण बहे श्रमिकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है।

उन्होंने यहां एक बयान जारी कर कहा, ‘‘संकट की इस घड़ी में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता देवभूमि के नागरिकों की हरसंभव मदद के लिए तैयार है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवारों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।’’

धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा गुरूवार को घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि परियोजना स्थल उनके गांव से एक किलोमीटर दूर है। उन्होंने कहा कि उन्हें बुधवार को सूचना मिली थी कि जल स्तर बढ़ गया है और 15-20 लोग बह गए हैं।

शर्मा ने कहा कि नाले के पास मजदूरों के लिए शेड बनाना तथा मौसम की दृष्टि से असुरक्षित क्षेत्र होने पर भी उन्हें वहां नहीं ले जाना लापरवाही है तथा इसकी जांच होनी चाहिए।

विधायक ने मृतकों के परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की भी मांग की।

अधिकारियों के अनुसार, बारिश के कारण परियोजना का काम रोक दिया गया था और श्रमिक परियोजना स्थल के पास अस्थायी शिविरों में आराम कर रहे थे, तभी मनुनी खड्ड और आसपास के नालों से बाढ़ का पानी श्रमिक कॉलोनी की ओर आया और उनमें से कई को बहा ले गया।

कुल्लू जिले में सैंज के रेहला बिहाल क्षेत्र में अपने घरों से कीमती सामान निकालने की कोशिश करते समय बह गए तीन लोगों की तलाश जारी है।

कुल्लू जिले के सैंज में जीवा नाला और रेहला बिहाल तथा गड़सा क्षेत्र के शिलागढ़ में बादल फटने की तीन घटनाएं हुईं।

जिले में मनाली और बंजार में भी अचानक बाढ़ आ गई और वहां तलाश अभियान जारी है।
 

भाषा
शिमला


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