महाराष्ट्र की राजनैतिक तपिश में झुलस गया Stock Exchange!
देश की आर्थिक राजधानी,मुंबई में इस समय स्टॉक मार्केट की बात कम हो रही है। शेयर खरीदने की बात छोड़, इस समय मुंबई में राजनैतिक तपिश की बात ज्यादा हो रही है। किस कंपनी के शेयर ऊपर या नीचे जा रहे हैं, उसे छोड़, बात इस पर हो रही है कि कौन सा विधायक किसके साथ जा रहा है। किस विधायक की घर वापसी हो रही। यही नहीं, बात यहां तक हो रही है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री अब कौन होगा।
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इन सभी चर्चाओं के बीच वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे चुप है। चर्चा यह भी हो रही है कि एकनाथ शिंदे गुट के कुछ विधायक बहुत जल्दी ही मातोश्री जाने वाले हैं। कुल मिलाकर इस समय, आर्थिक नगरी का राजनैतिक स्टॉक एक्सचेंज डगमाया हुआ है।
शिवसेना से अलग होकर भाजपा के साथ मिलकर सरकार चलाने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे निश्चित तौर पर इस समय दुविधा में होंगे। वहां हो रही राजनितिक उठापटक की सूचनाओं से वो विचलित हो रहे होंगे। यहां बता दें कि एकनाथ शिंदे की राजनीति की शुरुवात कभी शिवसेना से ही हुई थी। शिवसेना से उन्हें बहुत कुछ मिला था, लेकिन मई 2022 में उनका शिवसेना से मोहभंग हो गया। उन्होंने पार्टी के 39 विधायकों के साथ मिलकर शिवसेना से बगावत कर दी थी। 30 जून 2022 को भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए थे, जिस समय वो मुख्यमंत्री बने थे, उस समय उनके कुछ विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया गया था। जिसमे एकनाथ शिंदे का नाम भी था। मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया था। एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने वाले मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने मामले को सुरक्षित रख लिया है। उसका फैसला कभी भी आ सकता है। यानि अगर वो सभी अयोग्य साबित हो गए तो शिंदे का मुख्यमंत्री पद से हटना तय है। इस बीच सूचना यह भी आ रही है कि एकनाथ शिंदे गुट के कई विधायक मातोश्री पहुँच सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट के कुछ विधायकों का अब नई सरकार से मोहभंग हो गया है। वो एक फिर से उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना में शामिल होना चाहते हैं। दूसरी तरफ एनसीपी के कदावर नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने भी अपने बयानों से महाराष्ट्र की राजनीति का पारा चढ़ा रखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा से सबको अवगत करा दिया है। महाराष्ट्र में कई जगहों पर उनके नाम के पोस्टर भी लग चुके हैं। हालाँकि वहां मुख्यमंत्री बनने की चर्चाओं में वर्तमान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का भी नाम है।
कुल मिलाकर, इस समय महाराष्ट्र की सरकार में शामिल सभी मंत्री और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत वो विधायक, जो शिवसेना छोड़कर गए थे, सब यही सोच रहे हैं कि अब क्या होगा। उधर विपक्ष में बैठी उद्धव ठाकरे की शिवसेना मौके की ताख में है। अजीत पवार अर्जुन की तरह महाराष्ट्र की कुर्सी पर आँख गड़ाए हुए हैं। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि अगर इस समय मुंबई में कोई स्टॉक एक्सचेंज की बात करता है तो, उसे निराश होना पड़ेगा, क्योंकि अभी वहां सिर्फ और सिर्फ राजनीति की बात हो रही है।
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