बीरभूम हत्याकांड : मुख्य आरोपी TMC नेता गिरफ्तार

Last Updated 25 Mar 2022 01:42:22 AM IST

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुई हत्याओं के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) रामपुरहाट-1 के प्रखंड अध्यक्ष व मुख्य आरोपी अनारुल हुसैन को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।


बीरभूम हत्याकांड : मुख्य आरोपी TMC नेता गिरफ्तार

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इलाके में संभावित अशांति के बारे में स्थानीय लोगों की आशंका पर ध्यान नहीं देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।

अधिकारी ने कहा कि यही अशांति बाद में हिंसा में तब्दील हो गई थी। अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश देने के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने हुसैन को जिले के तारापीठ से गिरफ्तार कर लिया।

अधिकारी ने कहा कि हुसैन के आवास सहित जिले के विभिन्न हिस्सों में तलाशी ली गई, जिसके बाद उसे तारापीठ से पकड़ा गया।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने हुसैन के मोबाइल फोन टावर लोकेशन का पता लगाया जिसके बाद हुसैन को एक होटल के पास से पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि स्थानीय टीएमसी नेता से उस घटना के बारे में पूछताछ की जाएगी जिसमें मंगलवार को आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था। इस बीच रामपुरहाट थाना प्रभारी तृदिब प्रमाणिक को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।

जिंदा जलाने से पहले बुरी तरह पीटा था

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को जिंदा जलाने से पहले बुरी तरह पीटा गया था। मृतकों के शवों की पोस्टमार्टम जांच में इस बात का खुलासा हुआ है।

रामपुरहाट अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम और अन्य जांच करने वाले फॉरेंसिक विशेषज्ञों के प्रारंभिक निष्कषरें के अनुसार पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया।

उधर राज्य सरकार ने कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी : ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि रामपुरहाट हिंसा मामले के संदिग्धों के आत्मसमर्पण ना करने पर उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा और पुलिस यह सुनिश्चित करेगी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। बनर्जी ने बृहस्पतिवार को बोगतुई गांव का दौरा किया, जहां मंगलवार को आठ लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाकर मार दिया गया था। बनर्जी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया।

उन्होंने पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए देने और क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण के लिए दो-दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।

 

भाषा
रामपुरहाट/कोलकाता


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