एनसीबी क्रूज भंडाफोड़ मामले में अभी भी कई सवाल अनसुलझे!

Last Updated 08 Oct 2021 12:56:23 PM IST

देश की आर्थिक राजधानी में हाई-प्रोफाइल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) भंडाफोड़ मामले में कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब दिया जाना है, जिससे रहस्य और गहरा गया है।


एनसीबी ने अब तक ड्रग्स मामले में लगभग 18 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें बॉलीवुड मेगास्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी शामिल हैं, जिन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

लेकिन जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ रहा है, परत दर परत चीजें खुलती जा रही है। पहली बात जो हमारे दिमाग में आती है वह यह है कि प्रतिबंधित सामान को लग्जरी जहाज में कैसे ले जाया गया?

एनसीबी ने कहा था कि छापेमारी के दौरान उसने कोकीन, एमडीएमए, एक्स्टसी, मेफ्रेडोन और चरस जैसी कई लोकप्रिय पार्टी ड्रग्स बरामद की हैं। सभी प्रतिबंधित पदार्थों में कोकीन 13 ग्राम, चरस 21 ग्राम, एमडीएमए की 22 गोलियां और एमडी पांच ग्राम थी। इसका उत्तर अभी तक नहीं मिला है कि स्टारकिड्स इन दवाओं को कैसे प्राप्त करने में सक्षम थे?

एनसीबी की इस कार्रवाई ने बॉलीवुड को हिला कर रख दिया, शाहरूख के बेटे का इस मामलो में नाम तबतक लगभग अविश्वसनीय लग रहा था, जब तक कि दक्षिण मुंबई में एजेंसी के कार्यालय के अंदर एक बेंच पर बैठे एक आर्यन की तस्वीर सामने नहीं आई थी।

एक गंजे व्यक्ति, जिसकी पहचान बाद में एक कथित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता किरण गोसावी के रूप में हुई, उसने जहाज के डेक पर स्टारकिड के साथ एक तस्वीर क्लिक की, जिससे यह विवाद पैदा हो गया कि 2 अक्टूबर को एनसीबी द्वारा की गई छापेमारी में भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।

एक अन्य भाजपा नेता मनीष भानुशाली को आर्यन और अरबाज मर्चेंट सहित कुछ आरोपियों को बाहर निकालते देखा गया। एक निजी व्यक्ति, जो भाजपा कार्यकर्ता है, उसको कैसे आरोपियों को सौंप दिया गया। इस प्रश्न का भी उत्तर अभी तक नहीं मिला है।

जिन आठ लोगों को पहले एनसीबी ने हिरासत में लिया था, उनमें से तीन - मोहक जसवाल, नुपुर सारिका और गोमित चोपड़ा दिल्ली के हैं। मोहक और नुपुर दोनों फैशन डिजाइनर हैं, जबकि गोमित एक हेयर स्टाइलिस्ट हैं। सूत्रों ने पहले आईएएनएस से पुष्टि की थी कि मोहक और नूपुर दोनों गोमित के साथ दिल्ली आए थे, लेकिन अभी भी उनके बारे में अधिक जानकारी नहीं है। क्या वे पार्टी में शामिल होने के लिए मुंबई गए थे या वे वहां पहले से रह रहे थे? इसका जवाब आना बाकी है।

ऐसा कहा जा रहा है कि लक्जरी जहाज, कॉर्डेलिया क्रूज, जिस पर एनसीबी के अधिकारियों ने छापा मारा था, जब वह गोवा के लिए यात्रा की तैयारी कर रहा था, उस पर लगभग 1,300 समृद्ध यात्री सवार थे। क्या इन 1300 लोगों में से केवल आठ लोग ड्रग्स का सेवन कर रहे थे या ले जा रहे थे? क्या एनसीबी बाकी यात्रियों से पूछताछ करने जा रही है..?

इस ड्रग-भंडाफोड़ के आकर्षण के केंद्र में आर्यन खान ही रहे, जिसके कारण यह मामला हाई-प्रोफाइल मामला बन गया। एनसीबी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मेगास्टार के बेटे के पास से ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था, जबकि अरबाज मर्चेट के कब्जे से केवल छह ग्राम चरस पाया गया था।

अगर मात्रा इतनी कम थी, तो एनसीबी उसकी चार दिन की और हिरासत की मांग क्यों कर रहा है?

आर्यन के वकील सतीश मानेशिंदे ने भी ड्रग जांच एजेंसी पर कई सवाल दागे हैं। वहीं एनसीबी ने कहा कि उसे हिरासत बढ़ाने की जरूरत है ताकि वे अन्य आरोपियों के साथ उसका सामना कर सकें।

बुधवार को एनसीबी ने अचित कुमार को गिरफ्तार किया, जिनका नाम व्हाट्सएप चैट से सामने आया था।

वकील ने एक और सवाल पूछा, जिसका जवाब भी नहीं मिल पाया, "एनसीबी ने कल ही आर्यन और अरबाज का अचित के साथ सामना क्यों नहीं करवाया? जबकि एनसीबी के पास पास 100 से अधिक सक्षम अधिकारी हैं।"

अंतिम लेकिन कम से कम, दो दिन पहले, एनसीबी ने मामले के संबंध में चार और गिरफ्तारियां कीं।

गिरफ्तार किए गए सभी चार लोग दिल्ली की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नमस क्रे के कर्मचारी हैं, जिसने कॉर्डेलिया क्रूजेज एम्प्रेस जहाज पर 'रेव पार्टी' का आयोजन किया था।

लेकिन रुकिए, हम यह क्यों भूल रहे हैं कि कोविड-19 महामारी अभी भी देश को तबाह कर रही है। देश में अभी भी हर दिन लगभग 300 मौतें हो रही हैं। फिर महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के तहत कैसे ऐसी पार्टी को अनुमति दी गई। यह एक और अनुत्तरित प्रश्न है।

 

आईएएनएस
मुंबई


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment