कोरोनो वायरस संक्रमण को लेकर आशंकाओं के चलते आंध्र प्रदेश में एक महिला ने अपने पति को बिना कोविड-19 परीक्षण कराए घर में घुसने देने से मना कर दिया।
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यह घटना नेल्लोर जिले के वेंकटगिरी की है। लॉकडाउन के चलते एक व्यक्ति नेल्लोर में फंस गया था। बाद में वह किसी तरह अपने घर पहुंचा।
पिछले महीने लॉकडाउन लागू होने के बाद से नेल्लोर में एक सोने की दुकान में काम करने वाला व्यक्ति वहां फंसा हुआ था। आखिरकार बुधवार को वह वेंकटगिरी पहुंचने में सफल रहा। जब वह घर पहुंचा तो उसकी पत्नी ने उसे घर में प्रवेश करने से पहले कोरोनो वायरस की जांच कराने के लिए कहा।
उसने कहा कि यह बच्चों और समुदाय की सुरक्षा के लिए आवश्यक था। उसने सुझाव दिया कि वह एक स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्र में रहे और स्वयंसेवकों से अनुरोध किया कि वह उसका परीक्षण करवाएं।
स्वास्थ्यकर्मी बाद में उस व्यक्ति को नेल्लोर ले गए, जहां उसके नमूने लिए गए। उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई जो कि उस व्यक्ति और उसके परिवार के लिए राहत की बात थी।
महिला ने कहा, "मैं बच्चों और पड़ोस में रहने वाले लोगों का जीवन जोखिम में नहीं डालना चाहती थी इसीलिए मैंने जोर देकर कहा कि वह परीक्षण के बाद घर में प्रवेश करें।"
इसी सप्ताह की शुरुआत में तेलंगाना में भी इसी तरह की घटना हुई, जिसमें एक गांव के सरपंच ने अपनी मां को दूसरे गांव से घर वापस नहीं आने दिया क्योंकि उस गांव का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकला था और वहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा था।
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