दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को 105 नई नारंगी रंग की देवी (दिल्ली ईवी इंटर-कनेक्टर) इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई और नरेला में नवनिर्मित सेक्टर ए9 डिपो का उद्घाटन किया।
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मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे राष्ट्रीय राजधानी के लिए स्वच्छ और अधिक सक्षम सार्वजनिक परिवहन की दिशा में एक कदम बताया।
गुप्ता ने दावा किया कि डिपो का निर्माण सिर्फ 90 दिनों में पूरा हो गया और यह दिल्ली निवासियों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर भी हमला किया और उस पर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) को घाटे में धकेलने और भ्रष्ट प्रणाली को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "बसें दिल्ली की जीवन रेखा हैं। लेकिन पिछली सरकार के दौरान, रूट काटे गए, बसें कम की गईं और भ्रष्टाचार बढ़ गया।"
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए गुप्ता ने दावा किया कि पिछली सरकार के दौरान डीटीसी को 65,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा योजना भी भ्रष्टाचार से ग्रस्त है और सिर्फ दिखावे के लिए 'पैनिक बटन' लगाए गए हैं।
नौ मीटर लंबी नई इलेक्ट्रिक बसों की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए गुप्ता ने कहा कि ये बसें 'एयर कंडीशनिंग', 'पैनिक बटन' और 'रियल-टाइम मॉनिटरिंग' सिस्टम से लैस हैं।
उन्होंने कहा, "जब हमने कागज़ के टिकट हटाकर कार्ड का इस्तेमाल शुरू किया, तो 'आप' ने झूठ फैलाया कि अब महिलाएं मुफ्त में यात्रा नहीं कर पाएंगी, लेकिन यह कदम केवल भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उठाया गया था।"
इस बीच, कार्यक्रम में मौजूद दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि पिछली सरकार ने लोगों को बेहतर बसों के उनके अधिकार से वंचित रखा।
उन्होंने कहा, "ये बसें पिछले मानसून तक आ जानी चाहिए थीं, लेकिन पिछली सरकार ऐसा करने में विफल रही। आज, भाजपा उस वादे को पूरा कर रही है।" उन्होंने कहा कि पहले देवी बसें हरे रंग की होती थीं, और यह पहली बार है जब नारंगी रंग की बसों का पूरा बेड़ा पेश किया गया है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के नेता योगेंद्र चंदोलिया ने 'आप' के इस दावे को खारिज कर दिया कि यह सिर्फ 'रीब्रांडिंग' की कवायद है।
उन्होंने कहा, "अगर ये 'आप' की बसें होतीं, तो ये महीनों पहले सड़कों पर आ जातीं। ये नई बसें हैं, जिन्हें भाजपा के शासनकाल में खरीदा और लाया गया है। 'आप' ने कभी छोटी इलेक्ट्रिक बसें नहीं खरीदीं, उसने पुरानी बसों का ही दोबारा इस्तेमाल किया।"
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